= बजट ठिकाने लगाने का जरिया बना भुजान रिची बिल्लेख मोटर मार्ग
= विभागीय अधिकारियों का दावा 13 लाखों से होगा सुधारीकरण

(((सुनील मेहरा/हरीश चंद्र/शेखर दानी की रिपोर्ट)))

ग्रामीण सड़के बजट ठिकाने लगाने का जरिया बन चुकी है। रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे से तमाम गांवों को जोड़ने वाले भुजान रिची बिल्लेख मोटर मार्ग इसका जीता जागता उदाहरण बन चुका है। करोड़ों की लागत से तीन वर्ष पूर्व ही सुधारीकरण का कार्य होने के बाद अब दोबारा जिला योजना का बजट सुधारीकरण के लिए खर्च करने की तैयारी कर ली गई है।

गांवों को जोड़ने वाले मोटर मार्गों पर लाखों करोड़ों रुपये का बजट खर्च किया जाता है बावजूद गुणवत्ता के अभाव में कुछ समय में ही सड़कें दम तोड़ने लगती हैं। स्टेट हाईवे से दर्जनभर से अधिक गांवों को जोड़ने वाले भुजान रिची बिल्लेख मोटर मार्ग पर तीन वर्ष पूर्व करोड़ों की लागत से डामरीकरण व अन्य सुरक्षात्मक कार्य किए गए पर गुणवत्ता के अभाव व विभागीय हीलाहवाली के चलते मार्ग अब दम तोड़ने लगा है। ग्रामीणों के कई बार आवाज उठाने के बाद अब जिला योजना के बजट से 13 लाख रुपये की लागत से मोटर मार्ग दुरुस्त किया जाएगा। मार्ग पर जगह-जगह गड्ढे व ध्वस्त सुरक्षात्मक कार्य गुणवत्ता की हकीकत उजागर कर रहे हैं।

ठेकेदार को लाभ पहुंचाने का आरोप

विभागीय लापरवाही पर पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों का पारा चढ़ने लगा है ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि महज तीन वर्ष पूर्व ही डामरीकरण व सुरक्षा कार्य करोड़ों रुपये की लागत से किए गए हैं। ऐसे में ठेकेदार की सड़क देखरेख की भी जिम्मेदारी का भी नियम होता है। पर विभागीय अधिकारी ठेकेदार की बचत करा रहे हैं और अब जिला योजना की धनराशि खर्च कर मोटर मार्ग दुरुस्त किया जा रहा है। ग्रामीणों ने मोटर मार्ग की देखरेख के लिए ठेकेदार की बंधक धनराशि से मोटर मार्ग को चाक-चौबंद करने की मांग उठाई है। क्षेत्र पंचायत सदस्य अभिषेक बिष्ट, सुनील मेहरा, राजेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह आदि लोगों ने दो टूक चेतावनी दी है कि यदि मनमानी की गई तो फिर सड़क पर उतर आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।

जिला योजना से 13 लाख रुपये का बजट मिला है। टेंडर करा लिया गया हैं। जल्द सुरक्षात्मक कार्य कराए जाएंगे। पहले जब डामरीकरण व अन्य कार्य हुए तब मार्ग एनएच के अधिन था। एनएच को भी मार्ग को दुरुस्त करने के लिए पत्र लिखा गया है।

– कुंदन सिंह बिष्ट, सहायक अभियंता, लोनिवि।