= विभाग का दावा किसानों की सुधरेगी आर्थिकी
= ज्योलीकोट मशरूम केंद्र में दिया जाएगा प्रशिक्षण
= विभागीय अधिकारियों ने किया किसानों से पंजीकरण का आह्वान
(((शेखर दानी/पंकज नेगी/हेमंत साह की रिपोर्ट)))
काश्तकारों को मशरूम उत्पादन की खेती से जोड़ने तथा उन्हें बेहतर उत्पादन के गुर सिखाने को उद्यान विभाग प्रशिक्षण देगा। प्रशिक्षण ज्योलीकोट स्थित मशरुम केंद्र में दिया जाएगा। मशरूम उत्पादन के दौरान अस्सी फीसद अनुदान पर खाद भी उपलब्ध कराई जाएगी।
रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे तथा अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से सटे ताडी़खेत ब्लाक के किसानों के लिए राहत भरी खबर है। ब्लॉक के किसान मशरूम उत्पादन में दक्ष होगे। किसानों को मशरूम उत्पादन से जोड़ने की मुहिम तेज हो गई है इसके लिए किसानों को बकायदा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा विभागीय अधिकारियों की मानें तो मशरूम उत्पादन से जहां किसानों की आर्थिकी सुधरेगी वही जंगली जानवर आदि से भी उपज को नुकसान नहीं पहुंचेगा। प्रशिक्षण ज्योलिकोट स्थित मशरूम केंद्र में दिया जाएगा। उद्यान विभाग के अधिकारियों ने किसानों से उद्यान सचल दल केंद्र बमस्यू में पंजीकरण कराने का आह्वान किया है। उद्यान प्रभारी कैलाश चंद पुजारी के अनुसार पंजीकरण के बाद ही किसानों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद मशरूम उत्पादन शुरू करने में किसानों को अस्सी फिसद अनुदान पर खाद भी उपलब्ध कराई जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान किसानों के रहने व भोजन की व्यवस्था भी संबंधित विभाग ही करेगा। उद्यान सचल दल प्रभारी कैलाश पुजारी ने ब्लाक के किसानों से अधिक से अधिक पंजीकरण कराने का आह्वान किया है। बताया कि पंजीकरण होने के बाद प्रशिक्षण की तिथि अलग से घोषित कर दी जाएगी।