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= सिंचाई विभाग के बहादराबाद स्थित मुख्यालय के निर्देश पर चार टीमो ने किया सर्वे
= तैयार की गई रिपोर्ट
= दो सौ किमी से ज्यादा क्षेत्रफल में हुआ सर्वे

(((सुनील मेहरा/विरेन्द्र बिष्ट/कुबेर सिंह जीना)))

कोसी नदी के उद्गम स्थल से काशीपुर क्षेत्र तक बरसात में होने वाले नुकसान का पता लगाने के लिए सर्वे कर लिया गया है। चार टीमो ने डिजिटल टोपोग्राफी के जरिए सर्वे किया। सर्वे की रिपोर्ट सिंचाई विभाग के बहादराबाद (हरिद्वार) स्थित मुख्यालय को भेजी गई है।
बरसात के मौसम में कोसी नदी का तेज वेग खूब तबाही मचाता है। वर्ष 1993 व 2010 में कोसी नदी से मची तबाही को लोग आज तक भूले नहीं है। कोसी नदी के वेग से होने वाले नुकसान तथा उन स्थानो को चिन्हित करने के लिए सिंचाई विभाग के बहादराबाद (हरिद्वार) स्थित मुख्यालय के निर्देश पर रीजेंटेक प्राइवेट लिमिटेड की चार टीमों ने कौसानी, सोमेश्वर, कोसी, क्वारब, सुयालबाडी़, खैरना, भुजान, बेतालघाट, रामनगर काशीपुर तक डिजिटल टोपोग्राफी से सर्वे किया। कोसी नदी का वेग बढ़ने के बाद जिन स्थानो पर नुकसान होता है उसी का टोपोग्राफी सर्वे करने के बाद रिपोर्ट सिंचाई विभाग के मुख्यालय भेजी जाएगी। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही कोसी नदी में बाढ़ नियंत्रण के कार्य को हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। भुजान, बेतालघाट, रामनगर आदि क्षेत्रों में सर्वे किया गया है।