🔳 मरीजों व गर्भवती महिलाओं के जर्जर सड़कें बनी परेशानी
🔳 आखिर कब सुधरेगी सड़कों की हालत
(लक्ष्मी तिवारी की कलम से, पर्थ, ऑस्ट्रेलिया से)
((( तीखी नजर डेस्क के लिए)))
काशीपुर में सड़क निर्माण की मंद गति से सारे शहर को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चारों और सड़कों पर चल रहे लगातार निर्माण प्रकिया से लोग बेहद परेशान हैं। लोक निर्माण विभाग ने नयी सड़कों व फ्लाई ओवर का कार्य शुरू तो कर दिया लेकिन न उसकी कोई समयावधि ही तय कर यहाँ की जनता तक पहुँचायी है और न ही निर्माणाधीन सड़कों के विकल्प में उचित अस्थायी सड़कें ही बनायी हैं। चारों ओर सड़कों की बदहाली के कारण लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर टांडा की तरफ़ ज़बरदस्त जाम लगा है तो दूसरी और गिरीताल सड़क पर पत्थरों के ढेर भरे हैं। अस्थायी मुरादाबाद रामनगर सड़क भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त है।
जो सड़कें चल भी रही हैं वे पत्थरों से भरी हैं। इन टूटी फूटी सड़कों पर आम आदमी का आना जाना दूभर हो रहा है। क्योंकि पथरीली सड़कों के कारण एक तो ई रिक्शा हर जगह जाने को तैयार नहीं और चले भी जायें तो सड़कों पर असंख्य गड्ढे होने से इनकी सवारी यात्री के लिए अत्यंत दुखदाई हो रही है। विशेषकर वृद्ध व गर्भवती महिलाओं के लिए। उदाहरण के लिए -बेहाल हुई सड़कों के कारण सुभाष नगर के मरीज़ों के लिए रामनगर रोड पर बने अस्पतालों तक पहुँचना एक दुष्कर यात्रा साबित हो रही है।
आज आधुनिक तकनीक के प्रयोगों के बाद भी काशीपुर नगर की सड़कें दम तोड़ रही हैं। आख़िर कब तक सार्वजनिक निर्माण विभाग की लापरवाही को लोग चुपचाप झेलते रहेंगे? कब तक किसी वृद्ध , बीमार और गर्भवती महिला को ऊबड़ खाबड़ सड़कों की तकलीफ़ों को झेलना होगा?
काशीपुर की जनता सरकार व सड़क निर्माण विभाग से माँग करती है कि वे आँखें खोल कर शहर की सड़कों का मुआयना करें । अस्थायी सड़कों को भी यात्रा के योग्य बनायें और जल्द से जल्द सड़कों के निर्माण का कार्य पूरा करें ताकि यहाँ के नागरिकों को आये दिन इन जर्जर सड़कों से मुक्ति मिल सके।