🔳रातीघाट के वीर सपूत ने राजौरी सेक्टर में दिया सर्वोच्च बलिदान
🔳नाइन-पैरा स्पेशल फोर्स में तैनात था कमांडो संजय
🔳 परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़, शोक में डूबा पूरा क्षेत्र
🔳 शुक्रवार सुबह घर पहुंचेगा वीर जांबाज का पार्थिव शरीर
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

कुमाऊं का एक और वीर सपूत मां भारती की आन, बान व शान की रक्षा के लिए बलिदानी हो गया। जम्मू के राजौरी सेक्टर में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में बेतालघाट ब्लाक स्थित रातीघाट क्षेत्र निवासी 28 वर्षीय पैरा कमांडो नाइन पैरा (स्पेशल फोर्स) संजय सिंह बिष्ट ने देश के दुश्मनों से लोहा लेते हुए प्राण न्यौछावर कर दिए। सैन्य अधिकारी बलिदानी सपूत का पार्थिव शरीर लेकर जम्मू से उत्तराखंड के लिए निकल पड़े हैं। शुक्रवार की सुबह तक यहां पहुंचने की उम्मीद है। इधर जांबाज के बलिदान की खबर से परिवार बेसुध हैं तो पूरा क्षेत्र गमगीन हो गया है।
रातीघाट निवासी दीवान सिंह बिष्ट का वीर पुत्र संजय सिंह बिष्ट भरतीय सेना की नाइन-पैरा स्पेशल फोर्स में कमांडो के तौर पर तैनात थे। जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर से लगभग 70 किमी दूर कालाकोट के गुलाबगढ़ के जंगल में आतंकी गतिविधियों की भनक थी। ग्रामीणों ने सुरक्षा बलों को इसकी सूचना दी। इस पर बाजीमल क्षेत्र में कांबिंग शुरू की गई। सैन्य सूत्रों के अनुसार इसी विशेष आपरेशन के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ हो गई। आतंकियों के खात्मे को चलाए गए इस आपरेशन में 19-कुमाऊं रेजिमेंट की नाइन-पैरा स्पेशल फोर्स में तैनात पैरा कमांडो संजय सिंह बिष्ट ने अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिय। देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने की खबर रातीघाट क्षेत्र तक पहुंची तो कोहराम सा मच गया। स्वजन बदहवास हो गए। बलिदानी सपूत का पार्थिव शरीर शुक्रवार सुबह तक रातीघाट स्थित उसके पैतृक गांव पहुंचने की सूचना है।

One thought on “मां भारती की आन, बान, शान की रक्षा को शहीद हुआ रातीघाट का सपूत”
  1. आप जैसे जांबाज सैनिक हमेशा प्रेरित करते रहेंगे, आपका निस्वार्थ त्याग और बलिदान हमेशा स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा। संभवतः आप जैसे लोगों के द्वारा ही हमारी स्वतंत्रता और हमारा वजूद जीवित है। हर उत्तराखंडी आप पर नाज करता है।
    परमपिता परमेश्वर पुण्य आत्मा को उचित स्थान और परिवार को सहन करने की असीम शक्ति दे।
    धन्यवाद जय हिंद

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