🔳आवारा गौवंशीय पशुओं से लगातार हो नुकसान से है परेशान
🔳कई बार पशुओं को गौसदन भेजने की उठाई मांग पर नहीं हुई सुनवाई
🔳मजबूरी में बैठक कर खेतीबाड़ी छोड़ने पर बनाई सहमति
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
आवारा गोवंशीय पशुओं का आंतक बढ़ने से कास्तकार परेशान हो चुके हैं। चापड़ गांव की महिला किसानों ने लगातार नुकसान कर रहे आवारा गौवंशीय पशुओं को गोसदन न भेजें जाने पर अब खेतीबाड़ी छोड़ने का मन बना लिया है। साफ कहा की गोवंशीय पशु खेतीबाड़ी बर्बाद कर रहे हैं जिस कारण भारी नुक्सान उठाना पड़ रहा है।
बेतालघाट ब्लॉक के चापड़ गांव में ग्राम प्रधान भावना पडियार की अध्यक्षता में हुई महिला किसानों की बैठक में तमाम महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा हुई। महिलाओं ने कहा की आवारा गौवंशीय पशु खेतीबाड़ी पर कहर बनकर टूट रहे हैं। हाड़तोड़ मेहनत के बाद खेतों में बुआई की जा रही पर आवारा गौवंशीय पशु उपज को बर्बाद कर दे रहे हैं। लगातार नुकसान होने से खेतीबाड़ी को बैंकों से लिए गए ऋण की अदायगी भी नहीं हो पा रही है। आर्थिक स्थिति बिगड़ते जा रही है। कई बार आवारा गौवंशीय पशुओं को गौसदन भेजने की मांग उठाए जाने के बावजूद कोई सुधलेवा नहीं है। नुकसान के कारण अब खेतीबाड़ी से मोहभंग होता जा रहा है सर्वसम्मति से खेतीबाड़ी छोड़ने का निर्णय लिया गया। उपेक्षा किए जाने पर महिला किसानों ने गहरी नाराजगी भी जताई। इस दौरान गंगा देवी, जीवंती देवी, कमला देवी, खिमुली देवी, हीरा देवी, भगवती, बसंती, गीता, शारदा देवी आदि मौजूद रहीं।