= कुछ दिन पूर्व बारिश में किया गया डामरीकरण
= अब मानकों के उलट सड़क पर बिछाए गए पत्थर
= अवर अभियंता बोले जल्द होगा सुधार
(((पंकज नेगी/हरीश चंद्र/पंकज भट्ट की रिपोर्ट)))
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से काकड़ीघाट समेत दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर लाखो रुपये की लागत से किया जा रहा डामरीकरण का कार्य सवालो के घेरे में आ गया है। पहले बारिश में डामरीकरण और अब गड्डे पाटने को बड़े-बड़े पत्थर बिछाए जाने से गुणवत्ता पर ही सवाल खड़े हो गए हैं हालांकि अवर अभियंता ने जल्द व्यवस्था में सुधार का दावा किया है।
हाईवे से तमाम गांवों को जोड़ने वाले काकडी़घाट द्वारसौ मोटर मार्ग पर काकडी़घाट बाजार से
दो किलोमीटर तक करीब 25 लाख रुपये की भारीभरकम धनराशि से डामरीकरण किया जाना है। लंबे समय से स्थानीय लोग डामरीकरण की मांग उठा रहे थे आखिरकार डामरीकरण की स्वीकृति मिल गई। पर लाखों रुपये की लागत से किए जा रहे डामरीकरण के कार्य में लापरवाही पर लोगों ने रोष जताया। पहले कार्य जल्दी निपटाने के फेर में बारिश में ही डामरीकरण कर दिया गया जबकि एक दिन पूर्व ही अवर अभियंता ने बारिश में डामरीकरण ना करने के निर्देश दिए थे बावजूद मनमानी की गई और आप सिरोता नदी पर बने पुल के समीप ही गड्ढे पाटने को मानक के उलट पत्थर बिछा दिए गए। जिस पर लोगों ने गंभीर सवाल उठाए हैं। कहा की लाखों की लागत से डामरीकरण किया जा रहा है पर कार्य पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिससे श्रमिक मनमानी पर उतारू है। वही अवर अभियंता सुरेंद्र सिंह मेहरा ने जल्द पत्थर हटाए जाने व मानक के अनुसार गुणवत्तायुक्त कार्य कराने का दावा किया है।