🔳प्रशासन ने चिह्नित की दस नाली जमीन
🔳भूमि हस्तांतरण को तेज की गई कवायद
🔳गौसदन बनने के बाद आवारा गौवंशीय पशुओं को मिलेगा आसरा
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर रातीघाट क्षेत्र में गौसदन स्थापित करने की कवायद तेज हो गई है। प्रशासन ने बकायदा भुमि भी चिह्नित कर ली है। भूमि हस्तांतरण की रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। गौसदन स्थापित होने के बाद आवारा गौवंशीय पशुओं को आसरा मिल जाएगा।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर आवारा गौवंशीय पशुओं की तादाद लगातार बढ़ते ही जा रही है। गरमपानी, खैरना, सुयालबाड़ी, कैंची, सुयालखेत, नैनीपुल आदि बाजार क्षेत्रों में आवारा गौवंशीय पशु मुसीबत का सबब बन चुके हैं। राहगीर, व्यापारी व स्कूली बच्चों पर आवारा गौवंशीय पशु हमलावर हो रहे हैं जिससे हादसों का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। आसपास के गांवों से लोग पशुओं को बाजार क्षेत्रों में छोड़ जा रहे हैं जिससे आवारा गौवंशीय पशुओं की संख्या लगातार बढ़ते ही जा रही है। बीते दिनों जिलाधिकारी वंदना सिंह के बेतालघाट दौरे के वक्त लोगों ने आवारा गौवंशीय पशुओं को गौसदन भेजने की मांग उठाई। मामले को गंभीरता से ले जिलाधिकारी ने अधिकारियों को क्षेत्र में ही गौसदन स्थापित किए जाने को भूमि तलाशने के निर्देश दिए। हरकत में आए तहसील कोश्या कुटोली प्रशासन ने रातीघाट क्षेत्र में लगभग दस नाली भूमि चिह्नित कर ली है। राजस्व उपनिरीक्षक मोहम्मद शकील के अनुसार भूमि चिह्नित किए जाने के बाद अब आगे की कार्रवाई को रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। उपजिलाधिकारी विपिन चंद्र पंत के अनुसार प्रयास किया जा रहा है की जल्द गौसदन स्थापित किया जा सके। गौसदन स्थापित होने के बाद क्षेत्रवासियों को आवारा गौवंशीय पशुओं से राहत मिल सकेंगी।