= संबंधित विभाग पर गुणवत्ताविहीन कार्य कराने का लगा आरोप
= सोलिंग में बिछा दिए गए बड़े-बड़े पत्थर
= ग्रामीण सड़कें बनी बजट ठिकाने लगाने का जरिया
((( विशेष संवाददाता की स्पेशल रिपोर्ट)))
ग्रामीण सड़कें बजट ठिकाने लगाने का जरिया बन चुकी है। भारी भरकम बजट से गुणवत्ताविहीन कार्य जोरों पर है। एक ओर प्रदेश सरकार सरकारी बजट के सदुपयोग का दावा कर रही है वहीं दूसरी ओर सरकार के दावों की खूब धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। गुणवत्ताविहीन कार्यों से ग्रामीणों का पारा चढ़ गया है।
रातीघाट बेतालघाट मोटर मार्ग से सिल्टोना -ब्यासी – नौणा आदि गांवों को जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर सुधारीकरण का कार्य किया जा रहा है। करीब साढे तीन करोड़ रुपये की भारीभरकम लागत से सात किमी सड़क में डामरीकरण का कार्य किया जाना है। अभी सड़क पर सोलिंग ही की जा रही है कि ग्रामीणों ने गुणवत्ता विहीन कार्यों का आरोप लगा दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि मोटर मार्ग पर मानकों के उलट बड़े-बड़े पत्थर इस्तेमाल कर बिछा दिए गए हैं। जिससे भविष्य में नुकसान होने की आशंका है। यह हाल तब है जब स्टेट स्टेट कंट्रोल मॉनिटरिंग की टीम बीते बुधवार को सड़क का निरीक्षण भी कर गई। ग्रामीणों ने निरीक्षण पर भी गंभीर सवाल उठाए उठाए हैं। ग्रामीणों ने संबंधित विभाग पर गुणवत्ताविहीन कार्य करवाए जाने का आरोप भी लगाया है। सोलिंग में भी कच्चे पत्थर बिछाए जाने का भी आरोप लगा है। साफ कहा है कि सरकारी बजट का खुला दुरुपयोग किया जा रहा है। सड़क पर जगह-जगह बड़े-बड़े पत्थर बिछा दिए गए हैं जो मानकों के विपरीत हैं बावजूद अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हैं। ग्रामीणों ने दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो सड़क पर उतर आंदोलन शुरू किया जाएगा।