= कोसी नदी के वेग से योजना के पंप हाउस को हो सकता है नुकसान
= हाईवे पर नावली क्षेत्र में कोसी नदी पर स्थित है पंप हाउस
= विभागीय अधिकारी बोले जल्द होगा निरीक्षण

(((कुबेर सिंह जीना/फिरोज अहमद/महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))

करीब तीस से ज्यादा गांवों के बाशिंदों की प्यास बुझाने वाली शेर विद्यापीठ पंपिंग पेयजल योजना पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बाढ़ सुरक्षा को बनाए गए सुरक्षात्मक कार्य क्षतिग्रस्त होने लगे हैं। विभागीय अधिकारियों ने जल्द निरीक्षण का दावा किया है।
बजोल, पातली, स्यूं, मलौना, पोखरी, डीना, विशालकोट, बोहरागांव समेत करीब तीस गांवों के सैकड़ों परिवारों की प्यास बुझाने वाली शेर विद्यापीठ पंपिंग पेयजल योजना अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर नावली क्षेत्र में कोसी नदी से संचालित होती है पर लगातार बाढ़ के थपेड़ों से कोसी नदी पर बने पंप हाउस पर खतरा मंडराने लगा है। लगातार कोसी का वेग पंप हाउस के समीप बने सुरक्षा कार्यो को नुकसान कर रहा है जिससे पंप हाउस पर भी खतरे की आशंका है। यदि पंप हाउस को नुकसान हुआ तो तमाम गांवों की पेयजल आपूर्ति ठप हो सकती है। लोगों ने पंपिंग पेयजल योजना को सुरक्षित किए जाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग की है। ताकि बाढ़ आने पर योजना को नुकसान ना हो और गांवो में पेयजल आपूर्ति सुचारू रहे। इधर संबंधित विभाग के अपर सहायक अभियंता संदीप आर्या के अनुसार जल्द ही पंप हाउस का निरीक्षण किया जाएगा। खतरे की आशंका को देखते हुए उच्चाधिकारियों को बाड़ सुरक्षात्मक कार्यों के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा।