= जोर पकड़ने लगा प्रधानों का आंदोलन
= मानदेय के साथ ग्राम पंचायत निधि व आपदा मद में मांगा पांच-पांच लाख रुपये का बजट
= ब्लॉक मुख्यालय में फिर गरजे प्रधान
(((शेखर दानी की रिपोर्ट)))
ग्राम पंचायतों को एक्ट के तहत संपूर्ण अधिकार, आपदा एवं पंचायत निधि में पांच-पांच लाख रुपये के बजट समेत तमाम मुद्दों पर गुस्साए प्रधानों का आंदोलन तेज हो गया है। उपेक्षा से आहत प्रधानों नें बेतालघाट ब्लॉक मुख्यालय में प्रदर्शन किया। दिनभर सरकार विरोधी नारे गूंजते रहे।
ग्राम प्रधानों को मानदेय, मनरेगा में सौ दिन से बढ़ाकर 200 दिन के रोजगार व पंचायतीराज एक्ट में मिले 29 अधिकार दिए जाने के मुद्दे पर सोमवार को भी धरना प्रदर्शन का दौर चलता रहा। इस बीच शासन व सरकार की ओर से सकारात्मक संकेत न मिलने पर गुस्साए प्रधानों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी ने दो टूक कहा कि प्रधानों का उत्पीड़न कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने शासन प्रशासन पर ग्राम प्रधानों की उपेक्षा किए जाने का आरोप भी लगाया। इस दौरान बेतालघाट ग्राम प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष मनोज पढलिया, रीता तिवारी, नंदी खुल्बे, प्रताप चंद्र, अर्जुन जलाल, रोहित तिवारी, सीमा आर्या, चंपा देवी, कुंदन नेगी, देवेंद्र फर्त्याल, राधा देवी, सुनीता जैड़ा आदि मौजूद रहे।