◾ कोसी व शिप्रा नदी का वेग बढ़ने से सिहर उठते हैं लोग
◾ बाढ़ सुरक्षा के कार्य न होने से लगातार बढ़ रही चिंता
◾ बरसात से पूर्व बाढ़ सुरक्षा के कार्य किए जाने की मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
बारिश होने के साथ ही अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खैरना क्षेत्र में कोसी नदी के समीप रहने वाले लोगों की धड़कनें तेज हो जा रही है। लोगों ने आबादी क्षेत्र की ओर बाढ़ सुरक्षा के कार्य करवाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है ताकि भविष्य में बाढ़ के खतरे को टाला जा सके। वहीं गरमपानी से खैरना तक शिप्रा नदी क्षेत्र में भी बाढ़ सुरक्षा के ठोस इंतजाम किए जाने की मांग जोर पकड़ते जा रही है।
बरसात को छोड़ बेमौसमी बारिश से भी हाइवे पर स्थित गरमपानी खैरना के वासिंदे दहशत में जा रहे हैं। खैरना क्षेत्र में कोसी नदी किनारे तथा गरमपानी से खैरना के बीच शिप्रा नदी किनारे रहने वाले सैकड़ों परिवार बाढ़ सुरक्षा के कार्य न होने से खौफजदा हैं। दो वर्ष पूर्व उफान में आई शिप्रा व कोसी नदी ने लोगों को गहरे जख्म दिए। कई लोगों के आवासीय भवन शिप्रा नदी के उफान की भेंट चढ़ गए। लोगों को बेघर होना पड़। भारी तबाही के बावजूद दो वर्ष से भी अधिक का समय बीतने के बावजूद शिप्रा व कोसी नदी क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा के ठोस इंतजाम नहीं हो सके हैं। आसमान में गर्जना व बारिश के साथ ही लोगों को चिंता सताने लगती है। स्थानीय गंगा सिंह पिनारी, धन सिंह पिनारी, दयाल सिंह, आनंद सिंह गौणी, बिशन जंतवाल, विनोद कांडपाल, देवेंद्र सिंह, देवेश कांडपाल, दिनेश सिंह बिष्ट, दुर्गा सिंह आदि ने बरसात से पूर्व बाढ़ सुरक्षा के कार्य करवाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है ताकि भविष्य में बाढ़ के खतरे को टाला जा सके।