◾ एक अदद खेल मैदान को भी तरस गए खैरना के नौनिहाल
◾मजबूरी में रोखड़ को दे रहे खेल मैदान की शक्ल
◾ क्षेत्रवासियों ने उठाई खेल मैदान उपलब्ध कराए जाने की मांग

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

युवा पीढ़ी विभिन्न खेलो में कैरियर बनाने के सपने जरुर देख रही हैं पर सरकार की उपेक्षा युवाओं के भविष्य पर भारी पड़ रही है। खेल मैदान के अभाव में युवा मजबूरी में शिप्रा नदी में खेल का मैदान तैयार कर भविष्य संवारने की जुगत में जुटे हैं। क्षेत्रवासियों ने युवाओं व नौनिहालों के लिए खेल मैदान उपलब्ध कराए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित गरमपानी खैरना क्षेत्र में लंबे समय से खेल मैदान की मांग उठती रही है बावजूद कोई सुधलेवा नहीं है। एकमात्र वॉलीबॉल मैदान पर भी कुमाऊँ मंडल विकास निगम ने कैफे स्थापित कर नौनिहालों व युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर डाला है। ऐसे में अब क्षेत्र के नौनिहाल खेल मैदान के लिए तरस गए हैं। कई बंजर खेतों में खेलकूद कर अपना मन बहला रहे हैं तो वहीं अब शिप्रा नदी क्षेत्र में भी नौनिहाल खेलने तक को मजबूर हो चुके हैं। रोखड़ में तब्दील शिप्रा नदी पर किक्रेट पिच तैयार कर भविष्य संवारने की जुगत में जुटे हैं। उपेक्षा से आहत स्थानीय रविन्द्र सिंह, राजेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह, गौरव पिनारी, विजय गौणी, भैरव नैनवाल, पंकज गोस्वामी आदि युवा नदी क्षेत्र में अस्थाई किक्रेट पिच तैयार कर अभ्यास की तैयारी कर रहे हैं। क्षेत्र में एक अदद खेल मैदान तक न होने से युवाओं व नौनिहालों को नदी क्षेत्र में खेलना मजबूरी बन चुका है। स्थानीय राकेश जलाल, गंगा सिंह, मनोज नैनवाल, दीपक सिंह बिष्ट, मनीष तिवारी का आरोप है की खेल के क्षेत्र में भविष्य तैयार करने के दावे तो खूब किए जाते हैं पर एक अदद खेल मैदान तक के लिए खिलाड़ी तरस रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने बेहतर खेल मैदान का निर्माण करवाए जाने की मांग उठाई है। उपेक्षा पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।