◾वर्षों पुरानी दीवारों पर महज प्लास्टर कर की जा रही इतिश्री
◾ धड़ल्ले से किया जा रहा कोसी नदी की मिट्टी मिश्रित रेत का इस्तेमाल
◾ 12 लाख रुपये की भारीभरकम लागत से किया जा रहा कार्य

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी के पहुंच मार्ग पर 12 लाख रुपये की भारी भरकम लागत से किए जा रहे कार्य सवालों के घेरे में आ गए हैं। वर्षों पुरानी दीवारों पर महज प्लास्टर कर नया स्वरूप दिया जा रहा है। लाखों के बजट से हो रहे कार्य में कोसी नदी की मिट्टी मिश्रित रेत का इस्तेमाल कर खुलेआम गुणवत्ता से समझौता किया जा रहा है। संबंधित विभाग के अपर सहायक अभियंता के अनुसार स्टीमेट के अनुरुप ही कार्य किया जा रहा है।
खैरना चौराहे के समीप से सीएचसी गरमपानी को जाने वाले रास्ते पर दैवीय आपदा मद से हाईवे से अस्पताल तक लगभग सौ मीटर दायरे में सीसी निर्माण, नाली, टूटी दीवारों का निर्माण समेत कई कार्य प्रस्तावित है। पहले चरण में रास्ते के कुछ हिस्से में सीसी किया जा चुका है वहीं अस्पताल से आवासीय कॉलोनी को जाने वाले रास्ते पर वर्षों पुरानी दीवार पर पुराना प्लास्टर हटाकर बाहरी हिस्से में प्लास्टर कर इतिश्री करने से तमाम सवाल खड़े हो गए हैं। आरोप है कि वर्षों पुरानी दीवार पर महज लीपापोती की जा रही है। भारी भरकम बजट होने के बावजूद पुरानी दीवारों में बाहर से प्लास्टर कर दिया जा रहा है वही पुराने सीसी को हटाए बिना ही ऊपरी हिस्से में सीसी किया जा रहा है। निर्माण कार्यों में कोसी नदी की मिट्टी मिश्रित रेत का भी धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठना लाजमी है। क्षेत्रवासियों ने गुणवत्ता युक्त कार्य कराए जाने की मांग उठाई है। इधर संबंधित विभाग के अपर सहायक अभियंता प्रवीण कुमार के अनुसार स्टीमेट के अनुरूप हुई कार्य किया जा रहा है वही पुराने सीसी के ऊपर ही सीसी डालने के निर्देश अधिशासी अभियंता ने निरीक्षण के बाद दिए हैं।