= तपिश बढ़ने के साथ ही लोग कर रहे नदी को रुख
= कई लोग डूब कर गवा चुके हैं जान
= गहराई व भंवर वाले स्थानों का सही अंदाजा ना होने से होते हैं हादसे
(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद की रिपोर्ट)))
तपिश बढ़ने के साथ ही अब लोग कोसी नदी को रुख करने लगे हैं। खतरे से अनजान लोग नदी के बीचो-बीच जाकर बच्चों के साथ मस्ती कर रहे हैं। क्षेत्रवासियों ने कोसी नदी पर गहराई वाले स्थानों पर आवाजाही प्रतिबंधित किए जाने की मांग उठाई है।
अल्मोड़ा तथा नैनीताल जनपद की सीमा पर बहने वाली कोसी नदी पर तपिश बढ़ने के साथ ही पर्यटक नदी में नहाने व मस्ती करने उतर रहे हैं। बच्चों को नदी के बीचो-बीच ले जाकर छोटे-छोटे बच्चों के साथ सेल्फी खींचने में मस्त हैं। जिस कारण खतरा बढ़ रहा है। कोसी नदी में भंवर व गहराई वाले स्थानों का सही अंदाजा ना होने से कई लोग पहले ही मौत के मुंह में समा चुके हैं। अब एक बार फिर पर्यटक कोसी नदी को रुख कर रहे हैं। क्वारब, काकड़ीघाट, सुयालबाड़ी, नावली, भोर्या बैंड, लोहाली, खैरना,भुजान आदि तमाम स्थानों पर धड़ल्ले से लोग कोसी नदी में पहुंच रहे हैं। कई बार खतरे से अनजान लोग नदी के बीचो-बीच तक पहुंच रहे हैं जिससे खतरा लगातार बढ़ रहा है। कई मौतें हो जाने से लोग गहराई वाले व भंवर वाले स्थानों पर नहाने प्रतिबंधित किए जाने की मांग उठा चुके हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि अनदेखी की गई तो हादसों का ग्राफ तेजी से बढ़ सकता है। लोगों ने गहराई वाले व भंवर वाले स्थानों पर आवाजाही प्रतिबंधित किए जाने की मांग उठाई है।