◾ पुलिस ने किया पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
◾ दो सौ रुपये का कूपन की एवज में देते हैं हजारों रुपये के इनाम का झांसा
◾पैसे ना देने पर दे डाली पुलिस बुलाने की धमकी
◾ सुनियोजित ढंग से गांवों में फैलाते थे जाल

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

साइबर ठगों के एक के बाद एक लोगों को ठगी का शिकार बनाने का मामला शांत भी नहीं हो सका था की अब गांवों में उपहार कूपन के नाम पर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है। घिरोली गांव में ग्रामीण से ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। ग्रामीण की तहरीर पर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर पांच लोगों को मय डुबलिकेट इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ गिरफ्तार किया है। मामले से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है।
साइबर ठगों के तेजी से फैलते जाल के बीच अब गांवों में ठगी गिरोह ने भी कदम बढ़ा दिए हैं। बेतालघाट के घिरोली गांव निवासी दिनेश चंद्र के पास चार लोग पहुंचे। उपहार कूपन योजना के जानकारी दे दो सौ रुपये का कूपन ले हजारों रुपये के इनाम का हवाला दिया। झांसे में आए दिनेश चंद्र ने कूपन ले लिया जिसमें एलसीडी टीवी इनाम में निकला‌। पांचो लोगों ने दिनेश से छह हजार रुपये का भुगतान कर इनाम देने की शर्त रख दी। पैसे न देने पर दबाव बनाकर पुलिस बुलाने की धमकी भी दे डाली। मामला बढ़ने पर दिनेश चंद्र का बेटा सतीश मौके पर पहुंच गया। गांव के लोग भी जुट गए। पांचो को कड़ी फटकार लगा पुलिस को भी सूचना दी गई। सतीश ने पुलिस को तहरीर सौंप कार्रवाई की मांग उठाई। थानाध्यक्ष बेतालघाट मनोज नयाल के अनुसार तहरीर के आधार पर कलेनपुर गांव, थाना डेरापुर,जिला कानपुर देहात निवासी भगवान सिंह तथा दीपू व मीराकुंज,थाना निहाल विहार, वेस्ट दिल्ली निवासी विनित सिंह, पदमपुर कुदौली, थाना मंगलपुर, जिला कानपुर देहात निवासी लोकेश के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। प्रारम्भिक पुछताछ के बाद ठगों के सरगना कलेना गांव, थाना डेरापुर, जिला कानपुर देहात(उत्तर प्रदेश) को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितो के पास से हजारों रुपये के नकली इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किए गए हैं।
सुनियोजित ढंग से गांवों में बिछाते थे जाल
◾ दूरदराज गांवों को बनाते निशाना
उपहार कूपन का लालच दे ग्रामीणों को ठगी का शिकार बनाने वाला गिरोह सुनियोजित ढंग से वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। गिरोह बेहद शातिराना अंदाज से ठगी के लिए दूरदराज के गांवों को रुख करता। शक होने पर गांव को छोड़ दिया जाता। दिल्ली से सस्ते दामों में नकली इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की खरीद कर पहाड़ पहुंचाए जाते। उपहार कूपन का लालच देकर महंगे उपकरण देने का लालच देते। पूछताछ में खुलासा हुआ की कूपन भी विशेष पहचान के होते। बकायदा उसमें पहचान को निशान लगाए जाते। चार प्रकार के कूपन तैयार किए जाते। पुलिस ने आरपितो के पास से 196 कूपन भी बरामद किए हैं।