= नारेबाजी कर जताया रोष
= जल्द मोटर मार्ग में सुधार न होने पर आंदोलन तेज करने का ऐलान
= काकडी़घाट – सुनियाकोट- शीतलाखेत मोटर मार्ग की बदहाली पर चढ़ा पारा
(((महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))
गांवों को जोड़ने वाले मोटर मार्ग की बदहाली पर आखिरकार ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया। ग्रामीणों ने काकडी़घाट मुख्य बाजार पर नारेबाजी कर रोष जताया। दो टूक चेतावनी दी कि यदि जल्द मोटर मार्ग को दुरुस्त नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों पर क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप भी लगाया।
हाईवे से गडस्यारी, ओखिना, ओलियागांव, डोल, सूरी, पडुला, माटिला, खरकिया, बडशीला, चौमूधार, कोटुली, नवाड़, गैरोली, बजमार आदि तमाम गांवों को जोड़ने के लिए वर्षो पूर्व काकड़ीघाट – सुनियाकोट – शीतलाखेत मोटर मार्ग का निर्माण किया गया पर विभागीय अनदेखी व समय की मार से मोटर मार्ग बदहाल हालत में पहुंच चुका है। बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। ग्रामीण कई बार मांग उठा चुके हैं पर मोटर मार्ग दुरुस्त करने की जहमत नहीं उठाई जा रही। गुरुवार को ग्रामीणों का पारा चढ़ गया। काकडी़घाट क्षेत्र में नारेबाजी कर रोष जताया। कहा कि कई बार विभागीय अधिकारियों व प्रशासन को सूचना दिए जाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। गांव के लोग जान जोखिम में डाल आवाजाही करने को मजबूर हैं। रात्रि के वक्त खतरा दोगुना बढ़ जा रहा है। गर्भवती महिलाओं व बुजुर्गों को लाने ले जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है पर लगातार उपेक्षा की जा रही है जिसे अब कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दो टूक चेतावनी दी कि यदि जल्द मोटर मार्ग को दुरुस्त नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। इस दौरान महेंद्र कनवाल, हरक सिंह परिहार, जीवन सिंह, नैन सिंह, हरीश सिंह, राम सिंह भंडारी, गोपाल सिंह, कुशल भंडारी, श्याम लाल, गोपाल बिष्ट, हरीश बिष्ट, कुबेर बिष्ट, दुर्गा बिष्ट आदि मौजूद रहे।