= हर कदम पर मलवा दुर्घटना को दे रहा दावत
= लगातार दरकती पहाड़ियों से बढ़ रहा खतरा
(((कुबेर सिंह जीना की रिपोर्ट)))
अल्मोड़ा भवाली राजमार्ग मानसून की दस्तक के साथ ही बदहाल हो चुका है। जगह-जगह भूस्खलन से खतरा बढ़ता ही जा रहा है। कदम कदम पर मलबे का ढेर लगा हुआ है। जगह जगह भूधंसाव की जद में आने से हाईवे के अस्तित्व पर भी संकट मंडराने लगा है।
हाईवे पर हर कदम पर खतरा मुंह उठाए खड़ा है। खैरना से भवाली तथा खैरना से काकडीघाट तक लगातार दरक रही पहाड़ियां बड़े खतरे की ओर इशारा कर रही है। जर्जर हो चुकी पहाड़ियों से गिरते पत्थर बड़ी घटना को दावत दे रहे हैं। जगह-जगह हाईवे पर दरार गहराने से अस्तित्व पर भी संकट मंडराने लगा है। क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवारें तथा कलमठ हाईवे की बदहाली बयां कर रहे हैं। समय रहते हाईवे की स्थिति पर ध्यान ना दिया गया तो भविष्य में हाईवे के अस्तित्व पर भी संकट मंडरा सकता है। व्यापारी नेता गजेंद्र नेगी, पूरन लाल साह, महिपाल सिंह बिष्ट, कुबेर सिंह, मदन सुयाल आदि ने हाईवे की लगातार बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताई है। दो टूक कहा है कि विभागीय अनदेखी से हाईवे बदहाल होता जा रहा है। जल्द ठोस कदम न उठाए गए तो बड़ी घटना सामने आ सकती है। लोगों ने तत्काल हाईवे को दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। दो टूक चेताया कि यदि जल्द हाईवे की हालत में सुधार न किया गया तो तो आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।