◾ आपदा में ध्वस्त होने के बावजूद आज तक नहीं हो सकी मरम्मत
◾ अस्थाई व्यवस्था के तहत गांवों तक पहुंचाया जा रहा पानी
◾ बजट उपलब्ध ना होने पर क्षेत्रवासियों में रोष
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
बेतालघाट ब्लॉक की महत्वपूर्ण पेयजल योजनाएं आज भी मरम्मत का इंतजार कर रही है। दो वर्ष पूर्व आपदा में ध्वस्त होने के बाद से अब तक मरम्मत को सरकार से बजट नहीं मिल सका है ऐसे में संबंधित विभाग बमुश्किल अस्थाई व्यवस्था के तहत गांवों में पेयजल आपूर्ति कर रहा है पर आए दिन पेयजल व्यवस्था चरमराने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना मजबूरी बन चुका है। क्षेत्रवासियों ने योजनाओं की मरम्मत न होने पर गहरी नाराजगी भी जताई है।
दरअसल बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में दो वर्षों पूर्व अक्टूबर में आई आपदा ने भीषण तबाही मचाई। कई सरकारी योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई। लंबे इंतजार के बाद भी योजनाओं को दुरुस्त करने के लिए बजट नहीं मिल सका है जिससे योजनाएं आज भी जस की तस पड़ी हुई है। जल संस्थान की महत्वपूर्ण डाबरबाडी़, अमेल, गरमपानी, खैरना आदि योजनाएं बदहाल हालत में है। ऐसे में ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो चारों महत्वपूर्ण योजनाओं को दुरुस्त करने के लिए लगभग 25 लाख रुपये का प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है पर स्वीकृति नहीं मिल सकी है ऐसे में अस्थाई व्यवस्था के तहत गांवों में पानी पहुंचाया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार अस्थाई व्यवस्था के तहत पानी उपलब्ध कराया जा रहा है पर आए दिन व्यवस्था चरमरा जा रही है जिससे दूरदराज से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। व्यापारी नेता राकेश जलाल, गजेंद्र नेगी, विरेंद्र सिंह बिष्ट, महेंद्र सिंह, संजय बिष्ट, शेखर दानी, दयाल सिंह, नरेंद्र बिष्ट आदि ने पेयजल योजनाओं के लिए बजट उपलब्ध ना होने पर नाराजगी जताई है। चेताया है कि जल्द योजनाओं की मरम्मत को बजट उपलब्ध नहीं कराया गया तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार होगी। जल संस्थान के सहायक अभियंता दलीप बिष्ट के अनुसार बजट मिलते ही योजनाओं को दुरुस्त करने का कार्य शुरू करवाया जाएगा।