= जगह-जगह बड़ा भूधंसाव का खतरा
= तीन वर्ष पूर्व तैयार राजमार्ग की हालत खस्ता
= सुध न लिए जाने से चढ़ा लोगों का पारा
((( कुबेर सिंह जीना/अंकित सुयाल की रिपोर्ट)))
((( कुबेर सिंह जीना/अंकित सुयाल की रिपोर्ट)))
तीन वर्षों पूर्व बना राष्ट्रीय राजमार्ग जगह-जगह जवाब देने लगा है। सुरक्षा दीवारें बैठ गई है। भूधंसाव का खतरा भी बढ़ गया है ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग दस किलोमीटर में हुए चौड़ीकरण के दौरान कई कार्य किए गज पर अब राजमार्ग की दशा खस्ता होती जा रही है। जगह-जगह कलमठ बैठ गए हैं तो वहीं भूधंसाव का खतरा बढ़ गया है दरारें गहरी होती जा रही हैं। बावजूद राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग कोई सुध नहीं ले रहा। लगातार खतरा बढ़ता ही जा रहा है। कई जगह सुरक्षा दीवारें ध्वस्त हो चुकी है पर उन्हें दुरुस्त करने की जहमत नहीं उठाई जा रही है। आवाजाही में दुर्घटना का खतरा बना हुआ है पर सुध लेने वाला कोई नहीं है। लोगों ने संबंधित विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। चेताया है कि यदि जल्द राजमार्गों को दुरुस्त नहीं किया गया तो आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।