= दो विभागों के फेर में फंसा भुजान रिची बिल्लेख मोटर मार्ग
= विभागों की उलझन का फायदा उठा रहा ठेकेदार
= डेढ़ वर्ष पूर्व हुआ डामरीकरण व सुरक्षात्मक कार्य
(((सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे के बाद अब रिची बिल्लेख भुजान मोटर मार्ग दो विभागों के फेर में फंस गया है। जिसका फायदा संबंधित ठेकेदार उठा रहा है। करीब 15 करोड़ की लागत से सुरक्षात्मक व डामरीकरण किए जाने के बावजूद जगह-जगह सड़क खस्ता हालत में है। दो विभागों की उठापटक का फायदा ठेकेदार उठा रहा है। करोड़ों खर्च होने के बावजूद डेढ़ वर्ष में ही रोड कई जगह खस्ता हालत में पहुंच चुकी है।
डेढ़ वर्ष पूर्व करीब पंद्रह करोड़ रुपये की भारीभरकम लागत से ताडी़खेत ब्लॉक के दो दर्जन से अधिक गांवों को रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे से जोड़ने तथा पर्यटन के हिसाब से अति महत्वपूर्ण रिची बिल्लेख भुजान मोटर मार्ग के सुधारीकरण का कार्य किया गया। करोड़ों रुपये की लागत से मोटर मार्ग में बीस किमी दायरे में डामरीकरण तथा जगह-जगह सुरक्षात्मक कार्य किए गए पर गुणवत्ता विहीन कार्यों के चलते मोटर मार्ग अब जगह-जगह गड्ढों में बदलता जा रहा है। दो माह पूर्व कमान गांव के समीप मोटर मार्ग पर हुए भूधंसाव के चलते दुर्घटना का खतरा भी बना हुआ है बावजूद संबंधित ठेकेदार मोटर मार्ग को दुरुस्त करने की जहमत नहीं उठा रहा। प्रांतीय खंड लोनिवि के अधिकारियों के अनुसार करोड़ों रुपए की लागत का कार्य एनएच की देखरेख में हुआ है जिसे दुरुस्त भी एनएच ही करवाएगा। वहीं एनएच के अधिकारी रोड को लोनिवि के जिम्मे होने के चलते दुरुस्त करने के कार्य भी लोनिवि के जिम्मे ही डाल रहे हैं। दोनों विभागों की उठापटक का फायदा संबंधित ठेकेदार उठा रहा है। मोटर मार्ग करोड़ों की लागत से गुणवत्ता विहीन कार्य करने के बाद चलता बना है। स्थानीय सुनील मेहरा, पूरन सिंह, देवेंद्र मेहरा, गोधन सिंह, प्रेम राम के अनुसार आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। दुर्घटना का खतरा भी बना हुआ है। करोड़ों की लागत से तैयार मोटर मार्ग को दुरुस्त किया जाना चाहिए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि हीलाहवाली की गई तो संबंधित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।