◾ कुमाऊं की लाइफ लाइन पर मिट्टी से भरे जा रहे गड्ढे
◾ व्यापारियों व वाहन चालकों ने जताई नाराजगी
◾ सीएम के आदेशों की अनदेखी का लगाया आरोप
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
कुमाऊं की लाइफ लाइन कहे जाने वाले अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे को मिट्टी से गड्ढे मुक्त किए जाने से व्यापारी व वाहन चालकों ने गहरी नाराजगी जताई है। आरोप लगाया है की महत्वपूर्ण हाईवे पर बड़े बडे़ गड्ढों पर मिट्टी भर लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। गड्ढों पर मिट्टी की जगह डामरीकरण किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि उपेक्षा की गई तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
कुमाऊं का महत्वपूर्ण हाईवे महीनों से बदहाली का दंश झेल रहा है बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। भवाली से काकड़ीघाट तक जगह-जगह गड्ढों से हाईवे बद से बदतर हालत में पहुंच चुका है। आए दिन दुर्घटनाओं का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। बावजूद विभागीय अधिकारी सुध नहीं ले रहे। अब सीएम के आदेशों के बाद हाईवे को गड्ढा मुक्त करने का अभियान चला है। पर हाईवे किनारे पड़े मलबे को गड्ढों में भर इतिश्री कर दी जा रही है जिससे दुर्घटना का खतरा कई गुना बढ़ चुका है। लोग कई बार हाईवे को दुरुस्त करने की मांग उठा चुके हैं बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब गड्ढों में मिट्टी भरे जाने से व्यापारियों, पंचायत प्रतिनिधियों तथा वाहन चालकों का पारा चढ़ गया है। आरोप लगाया है कि गड्ढों में मिट्टी भरकर आवाजाही करने वाले लोगों की जिंदगी से खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देवभूमि व्यापार मंडल के प्रदेश सचिव शेखर दानी, कुबेर सिंह जीना, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य दिलीप सिंह नेगी, वीरेंद्र सिंह बिष्ट, गजेंद्र नेगी, दीपक सिंह बिष्ट, महेंद्र नेगी, महेंद्र बिष्ट, पंकज भट्ट, हरीश चंद्र, पंकज नेगी, गोपाल सिंह, पंकज भट्ट आदि गड्ढों पर मिट्टी की जगह डामरीकरण किए जाने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है कि यदि मनमानी की गई तो विभाग के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।