◾लगातार नुकसान झेल रहे किसानों का खेतीबाड़ी से हो रहा मोह भंग
◾सरकार से किसानों की सुध लेने की उठी मांग
◾कभी बारिश तो कभी आपदा ने दिए गहरे जख्म
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
पर्वतीय क्षेत्र के किसान लगातार नुकसान उठा रहे हैं। कभी मूसलाधार बारिश तो कभी आपदा ने किसानों की उपज को चौपट कर दिया है। लोगों ने किसानों को क्षति का उचित मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है ताकि काश्तकार कुछ राहत महसूस कर सकें।
बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में खेती किसानी चौपट होती जा रही है। पूर्व में कोरोनाकाल से नुकसान की शुरुआत होने के बाद अब तक लगातार गांवो के किसान नुकसान उठा रहे हैं। बीते वर्ष अक्टूबर में मूसलाधार बारिश ने खेत रोखड़ में तब्दील कर दिए। कृषि भूमि के साथ ही उपज भी चौपट हो गई। बमुश्किल किसानों ने दोबारा खेती बाड़ी की ओर रुख किया तो एक बार फिर बारिश ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचा दिया है। अब ऐसे में किसानों का खेती बाड़ी से मोहभंग होने लगा है। बिशन जंतवाल, कृपाल सिंह मेहरा, कुबेर सिंह जीना, शेखर दानी, पंकज भट्ट, हरीश चंद्र, पंकज नेगी, हरीश कुमार, मदन सिंह, महेंद्र बिष्ट आदि ने किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग शासन प्रशासन से की है ताकि किसानों को राहत मिल सके।