◾ लगातार गिरते पत्थरों ने तीन घंटे रोकी रफ्तार
◾ हाईवे पर लगी वाहनों की कतार यात्री परेशान
◾लोडर मशीन की मदद से बामुश्किल हटाया जा सका बोल्डर व मलबा

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बारिश के साथ ही अति संवेदनशील लोहाली की पहाड़ी दरक गई। भारी मलबा व बोल्डर हाईवे तक पहुंच गया। पहाड़ी के नीचे से निकल रही यात्रियों से भरी रोडवेज की बस बाल-बाल बच गई। करीब तीन घंटे आवाजाही ठप हो गई। बाद में लोडर मशीन की मदद से बमुश्किल बोल्डर व मलबा हटाया जा सका। बाद में खतरे के बीच आवाजाही एक बार फिर सुचारू हुई। रुक-रुक कर पत्थर गिरने से खतरा बढ़ता ही जा रहा है।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर जोखिम बढ़ गया है। बारिश के साथ ही खतरनाक स्थिति में पहुंच चुकी लोहाली की पहाड़ी दरकती जा रही है। रविवार सुबह करीब पांच बजे के आसपास पहाड़ी से भारी भूस्खलन हो गया। बोल्डर व मलबा हाईवे तक पहुंच गया। हाईवे से निकल रही यात्रियों से भरी रोडवेज बस बाल-बाल बच गई। बस के करीब से निकले विशालकाय बोल्डर को देख हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए। देखते ही देखते हाईवे पर आवाजाही ठप हो गई। हाईवे के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। यात्री वाहन जहां तहां फंस गए। सूचना एनएच कर्मियों को भेजी गई। बाद में लोडर मशीन की मदद से मलबा व बोल्डर हटाया जा सके। करीब आठ बजे बामुश्किल यातायात सुचारु हुआ। पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने से जोखिम बढ़ता ही जा रहा है। भोर्या बैंड, पाडली, दोपांखी क्षेत्र में भी लगातार पत्थर गिरते रहे।