◼️ गुलदार पशुओं को उतार रहा मौत के घाट
◼️गुलदार की घुसपैठ से ग्रामीण खौफजदा
◼️ पशुपालन से भी हो रहा पशुपालकों का मोहभंग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
गांवों में गुलदार की घुसपैठ तेज होने से ग्रामीण दहशतजदा है। मवेशीखोर गुलदार पालतू मवेशियों को दिनदहाड़े ही मार डाल रहा है। जिससे पशुपालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने गांव में पिंजरा लगा गुलदार के आतंक से निजात दिलाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
गांवो में खेतीबाड़ी चौपट होने के बाद अब पशुपालन पर भी संकट मंडराने लगा है। समीपवर्ती टूनाकोट गांव में गुलदार का आतंक जोरों पर है। आए दिन गुलदार पशुओं को निवाला बना रहा है बीते शनिवार को गुलदार ने दलीप सिंह की बकरी को घर के समीप ही मार डाला वही अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित से नैनीपुल, सिरसा आदि गांवों में गुलदार पशुओं को मार डाल रहा है। ग्रामीणों के अनुसार खेती-बाड़ी पहले ही चौपट हो चुकी है अब गांव में रोजगार का एकमात्र जरिया पशुपालन भी खत्म होता जा रहा है। गुलदार एक के बाद एक पशुओं को मार डाल रहा है जिससे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। महिलाओं का खेतों में जाना तथा बच्चों को स्कूल जाना भी मुसीबत बन चुका है कभी भी बड़ा हादसा सामने आ सकता है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगा गुलदार के आतंक से निजात दिलाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।