◼️ खेती-बाड़ी को कर रहे नुकसान लोगों को भी काटने दौड़ रहे
◼️ नौनिहालों का विद्यालय जाना हुआ दूभर
◼️बंदरों के आतंक से क्षेत्रवासी परेशान

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

गांव के कास्तकार पहले ही मौसम की मार से बेहाल हैं अब बाहरी क्षेत्रों से बंदर लाकर गांवों में छोड़े जा रहे हैं। बंदर खेतों में उपज को चौपट कर रहे हैं। ग्रामीणों ने गांवों में बंदर छोड़ने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
बेतालघाट ब्लॉक के रतौड़ा गांव में इन दिनों बंदरों का आतंक सिर चढ़कर बोल रहा है। नौनिहालों का स्कूल जाना मुश्किल हो चुका है। बंदर लोगों को काटने दौड़ रहे हैं जिससे कभी भी बड़ी घटना सामने आने की आशंका बनी हुई है। स्थानीय दयाल सिंह दरमाल ने आरोप लगाया है कि रात्रि के वक्त वाहनों के जरिए गांव के आसपास बाहरी क्षेत्रों से लाकर बंदरों के झुंड छोडे़ जा रहे है। कटखने बंदर लोगों को काटने दौड़ रहे हैं वहीं खेतों में बंदर उपज को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। किसान भी परेशान हो चुके हैं। बाहरी क्षेत्रों से वाहनों के जरिए बंदर लाकर गांव में छोड़ने से बंदरों की संख्या में इजाफा हो चुका है। कोसी घाटी जन सेवा समिति उपाध्यक्ष दयाल सिंह दरमाल ने बाहरी क्षेत्रों से बंदर लाकर गांवो में छोड़ने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाने की पुरजोर मांग उठाई है।