◼️ बजट मिलने के बावजूद डामरीकरण को तरस रही सड़क
◼️ बजट मिलने के बावजूद डामरीकरण ना होने से ग्रामीणों में नाराजगी
◼️ बदहाल मोटर मार्ग पर आवाजाही बनी नियति

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

गांवो के वासिंदे अफसरो की कार्यो के प्रति उदासीनता का खामियाजा भुगतने को मजबूर है। कहीं बजट के अभाव में गांवो की सड़के बदहाल है तो कही बजट के बावजूद मोटर मार्ग की हालत दयनीय है। कूल – चौपडा़ -दुमगांव मोटर मार्ग के लिए 45 लाख रुपये का बजट स्वीकृत होने के बावजूद गांवो के वासिदे बदहाल मोटर मार्ग पर सफर तय करने को मजबूर है।
अल्मोडा़ हल्द्वानी हाईवे से तमाम गांवो को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण कूल – चोपडा़ – दुमगांव मोटर मार्ग पर एक किमी दायरे में डामरीकरण को 45 लाख रुपये की स्वीकृति मिली। कुछ महीने पहले टेंडर भी करा लिए गए पर अब तक कार्य शुरु नही हो सका है। गांवो के लोग बदहाल मोटर मार्ग पर आवाजाही को मजबूर है। बारिश में हालात और बिगड़ जा रहे है। बजट मिलने व टेंडर होने के बावजूद कार्य शुरु न किऐ जाने से ग्रामीणों में भारी नाराजगी है। क्षेत्रवासियों ने संबंधित विभाग पर कार्यों के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप लगाया है। ग्राम प्रधान अजय कुमार, नवीन चंद्र, प्रकाश चंद्र, मनीराम, हरेंद्र सिंह, जीवन राम, महेश राम, गोविंद सिंह आदि ग्रामीणों ने जल्द डामरीकरण ना किए जाने पर संबंधित विभाग के खिलाफ आंदोलन का बिगुल फूंकने की चेतावनी दी है। लोनिवि निर्माण शाखा के अवर अभियंता मनमोहन के अनुसार जल्द मोटर मार्ग पर कार्य शुरू करवाया जाएगा। लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।