लापरवाह नौनिहाल जोखिम से हैं अनजान
ना परिजनों को सुध और ना ही प्रशासन को
बड़ी घटना के सामने आने का खतरा बढ़ा


(((विरेन्द्र बिष्ट की रिपोर्ट)))

सेराघाट में पांच बच्चों की डूबने से हुई ह्रदय विदारक घटना के बावजूद सुध नहीं ली जा रही। नौनिहाल जान जोखिम में डाल धड़ल्ले से कोसी नदी में डुबकी लगा रहे हैं जबकि बीते दिनों बारिश होने से कोसी नदी का वेग भी तेज है। ऐसे में जोखिम बढ़ गया है।
गहराई व भंवर का सही अंदाजा ना होने के कारण कोसी नदी में कई लोग बेमौत मारे जा चुके हैं। मौज मस्ती के फेर में लोग धड़ल्ले से कोसी नदी में डुबकी लगा लेते हैं पर सही अंदाजा ना होने के चलते डूबते चले जाते हैं। कोसी नदी में करीब दो दर्जन से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं बावजूद सुध नहीं ली जा रही हैं। बीते दिनों सेराघाट में पांच बच्चों की डूबने का मामला सामने आने के बावजूद अल्मोड़ा व नैनीताल जनपद की सीमा पर भुजान क्षेत्र से होकर बहने वाली कोसी नदी में आधा दर्जन से ज्यादा नौनिहाल करीब दो घंटे तक नदी में जान जोखिम में डाल नहाते रहे। रोजाना ही अन्य क्षेत्रों में भी लोग नियमों को ताक पर अब खुब डुबकी लगा रहे हैं। प्रशासन भी चुप्पी साधे है। वही परिजन भी सुध नहीं ले रहे हैं। ऐसे में डूबने का खतरा बढ़ रहा है। कोसी नदी का वेग भी तेज है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार गहराई तथा भंवर वाले स्थानों पर नहाना प्रतिबंधित किए जाने की मांग उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही यही हालात रहे तो भविष्य में बड़ी घटना सामने आ सकती है।