◼️ आटा व मसाला चक्की स्थापित कर स्थानीय उत्पाद को दिलाएंगे नई पहचान
◼️ पैतृक एग्रो प्रोडक्ट नाम से बनाई संस्था
◼️अंश धारको की बैठक में तमाम बिंदुओं पर हुई चर्चा
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
बेतालघाट क्षेत्र के किसानो ने स्थानीय उत्पादों को खुद ही बाजार में बेचने का निर्णय लिया है इसके लिए जल्द ही आटा व मसाला चक्की स्थापित की जाएगी। बकायदा किसानों ने पैतृक एग्रो प्रोडक्ट नाम से संस्था का गठन भी कर लिया है। स्थानीय उत्पाद के बाजार में बिक्री किए जाने से किसानों की आर्थिकी में भी सुधार आएगा।
बेतालघाट में हुई बैठक में अंश धारकों की बैठक में तमाम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। सर्वसम्मति से तय हुआ की किसान स्थानीय उत्पादों को खुद ही बाजार में बिक्री करेंगे इसके लिए दस रुपये प्रति शेयर के माध्यम से ग्रामीणों को जोड़ा जाएगा। साथ ही एकत्र धन से आटा व मसाला चक्की स्थापित होगी। बाद में स्थानीय उत्पादों को बेहतर पैकिंग के बाद बाजार में उतारा जाएगा। इसके लिए बकायदा पैतृक एग्रो प्रोडक्ट कंपनी लिमिटेड नाम से फर्म भी स्थापित की गई है। बैठक में राम सिंह जैड़ा को चेयरमैन नियुक्त किया गया। तकनीकी सहयोग दे रहे सीनर्जी टेफ्नोफिन कंपनी के राज्य समन्वयक डा. एसएस कोरंगा के अनुसार शेयरधारकों से मिलने वाली धनराशि के बराबर ही धनराशि सरकार से भी कंपनी को उपलब्ध होगी। बाजार मुहैया कराने में भी मदद की जाएगी। स्थानीय उत्पादों की बिक्री करने से किसानों की आर्थिकी भी सुधरेगी। बैठक में तमाम महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए। इस दौरान हरीश पांडे, विनोद तिवारी, विजय कुमार, कैलाश पंत, आनंद बल्लभ, राम सिंह जलाल आदि मौजूद रहे।