◼️गांवों में मोटर मार्ग के किनारे ट्री गार्ड के अंदर लगे पौधे हुए नष्ट
◼️ कूर्री की झाड़ियों व गाजर घास ने बनाई जगह
◼️ वन क्षेत्राधिकारी बोली जल्द कराई जाएगी साफ-सफाई
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
गांवो में पौध रोपण अभियान तो जोरशोर से चलाए जाते है पर पौधरोपण के बाद रोपित पौधो की सुध नही ली जाती। कुछ ऐसा ही हाल बंया कर रही है पथ वृक्षारोपण योजना। गांवो में मोटर मार्गो के किनारे लाखो रुपये खर्च कर विभिन प्रजाति के पौधे रोपे गए पर आनदेखी से पौधो की जगह अब कूर्री की झाडी़ व गाजर घास ने ले ली है।
बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों को जोड़ने वाले मोटर मार्गो पर पथ वृक्षारोपण योजना के तहत लाखों रुपए खर्च कर सड़क किनारे पौधरोपण किया गया। जंगली जानवर व गौवंशीय पशुओं से पौधों को बचाने के लिए बकायदा लोहे के भारीभरकम ट्री गार्ड भी लगाए गए। वन विभाग ने जोर-शोर से योजना की शुरुआत की पर पौधरोपण के बाद विभाग ने पलट कर देखने की जहमत नहीं उठाई। विभाग की अनदेखी से अब मोटर मार्ग के किनारे ट्री गार्ड के अंदर लगे पौधो की जगह कूर्री की झाड़ी व गाजर घास ने ले ली है। सुध न लिए जाने से लोगों में भी नाराजगी है इसे विभाग की लापरवाही करार दिया है। रातीघाट – कफूल्टा – गरजोली मोटर मार्ग पर ट्री गार्ड के अंदर उगी झाड़ियां विभागीय अनदेखी की हकीकत बयां कर रही हैं। अन्य गांवों को जोड़ने वाले मोटर मार्गो में भी हालत जस की तस है। वनक्षेत्राधिकारी कोसी रेंज सोनल पनेरु ने दावा किया है कि जल्द ही पथ वृक्षारोपण योजना के तहत लगाए गए पौधों के रखरखाव को कर्मचारियों को निर्देशित किया जाएगा।