◼️ धारी गांव के 25 से ज्यादा परिवार परेशान
◼️ पाइप लाइन बिछा फोटो खिंच इतिश्री का आरोप
◼️ ईई बोले – जल्द निरीक्षण कर व्यवस्था की जाऐगी दुरुस्त
 

((( टीम तीखी.नजर की रिपोर्ट)))

कोसी व शिप्रा नदी में 18 करोड़ रुपये की भारी-भरकम लागत से बनी पंपिंग पेयजल योजनाओं का लाभ गांवो के लोगों को नहीं मिल पा रहा है। समीपवर्ती धारी गांव में ही पाइपलाइन बिछाने के बावजूद अब तक पानी की बूंद तक नहीं टपक सकी है। ग्रामीणों ने योजना का लाभ न मिल पाने पर नाराजगी जताई है। संबंधित विभाग के अधिशासी अभियंता ने जल्द निरीक्षण का दावा किया है।
दरअसल बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में पानी का सूखा खत्म करने को तीन पंपिंग पेयजल योजनाओं को स्वीकृति मिली। सात करोड़ रुपये की लागत से शिप्रा नदी पर बारगल- कफुल्टा तथा कोसी नदी पर भुजान क्षेत्र के समीप 4.99 करोड़ रुपये से मझेडा़ – ब्यासी तथा कोसी नदी पर ही था बढेरी गांव के समीप 6.81 करोड रुपये की लागत से धारी – खैरनी पंपिंग पेयजल योजना का निर्माण किया गया। लंबा समय बीतने के बावजूद आज तक कई गांवों के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। बेतालघाट ब्लॉक के धारी गांव में पाइप लाइन बिछाए जाने के बावजूद पानी की बूंद तक नहीं टपकी है। ग्रामीणों का आरोप है कि पाइप लाइन बिछाकर महज फोटो खींच इतिश्री कर दी गई है। पानी ना मिलने से गांव के करीब 25 से ज्यादा परिवार परेशान है। पानी के लिए लोग दूर-दराज स्थित प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी ढो रहे हैं । करोड़ों रुपये की योजनाओं के बावजूद गांव के लोग पानी को तरस रहे हैं। सरपंच खुशाल सिंह जंतवाल, मदन मोहन सिंह, ललित सिंह, नरेंद्र सिंह, खुशाल सिंह, हेमा देवी आदि ने जल्द से जल्द व्यवस्था सुचारू किए जाने की मांग उठाई है। इधर नलकूप खंड रामनगर के अधिशासी अभियंता एनके गोयल के अनुसार जल्द निरीक्षण कर कर्मचारियों को पेयजल आपूर्ति दुरुस्त करने के निर्देश दिए जाएंगे।