◼️ घर व बाहर बच्चो की जिद भी गायब
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
*मोबाइल के खेल ने तेजी से बच्चों का बचपन छिन रहा है। घर व घर के बाहर बस नौनिहाल मोबाइल में ही मस्त हो रहे है। मोबाइल खेल के कारण बच्चे अन्य शरीर व दिमाग के लिए फायदेमंद खेलो से दूर होते जा रहे है। मोबाइल गेम्स की ओर अधिक रुचि बढ़ने से परिजन भी चिंतित है। नौनिहालों के भविष्य की चिंता परिजनो को परेशान कर दे रही है।संचार क्रांति के दौर ने इंसान को जहां कई फायदे पहुंचाए तो कई परेशानी भी खडी़ कर दी है। छोटे छोटे बच्चो की मोबाइल गेम्स में बड़ती रुची परिजनो के चिंता का बढा़ सबक बनी हुई है। मोबाइल गेम्स के प्रति बढ़ती बच्चो की रुचि से परिजन परेशान है। झुड़ बनाकर बच्चे बस मोबाइल गेम्स खेलते कई जगह देखे जा सकते है। मोबाइल तेजी से नौनिहालों से उनका बचपन छिन रहा है। तमाम बचपन के खेल आज गायब हो चुके है। बच्चे बस और बस मोबाइल के दिवाने हो चुके है। घरो व बाहर कोई भी कार्यक्रम हो बच्चे बस मोबाइल गेम्स के पीछे व्यस्त है।