◼️ तीस विद्यार्थी लेते थे शिक्षा अब दस से भी कम हो गए विद्यार्थी
◼️दरकती छत के नीचे प्राथमिक शिक्षा लेने को मजबूर नौनिहाल
◼️ ग्राम प्रधान ने लगाया शिक्षा विभाग पर उपेक्षा का आरोप

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

सुदूर गांवों में विद्यार्थियों के भविष्य तथा जिंदगी से खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। बेतालघाट के समीपवर्ती मल्ली पाली गांव में दरकती छत के नीचे नौनिहाल प्राथमिक शिक्षा लेने को मजबूर है अव्यवस्थाओं के हावी होने से अब छात्र संख्या भी बेहद कम हो चुकी है। ग्राम प्रधान ने शिक्षा विभाग पर उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया है।
ब्लॉक मुख्यालय के समीपवर्ती मल्ली पाली गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय बदहाल हालत में है बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। विद्यालय की छत जर्जर हालत में पहुंच चुकी है कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बिगड़ते हालातों से परेशान अभिभावकों ने नौनिहालों को दूसरे विद्यालय में भेजना शुरू कर दिया है। तीस से ज्यादा छात्र संख्या वाले विद्यालय में अब छात्र संख्या घटकर दस से भी कम रह गई है। ग्राम प्रधान शेखर दानी ने विभागीय उपेक्षा पर नाराजगी जताई है। आरोप लगाया है कि लगातार विद्यालय की उपेक्षा की जा रही है एक शिक्षिका के तबादले के बाद विद्यालय अब एकल शिक्षक के भरोसे चल रहा है वहीं अन्य व्यवस्थाएं भी बदहाल पड़ी है पर शिक्षा विभाग के अधिकारी आंखों में पट्टी बांधे है जिसका खामियाजा गांव के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। ग्राम प्रधान ने जल्द विद्यालय में व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की पुरजोर मांग की है।