◼️ खैरना चौराहे के समीप बने आपुण बाजार में गंदगी का अंबार
◼️ भूमि विवाद को लेकर सेना व मंडी समिति का मामला न्यायालय में विचाराधीन
◼️ कोई सुध लेवा ना होने से बढ़ रहा गंदगी का साम्राज्य

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बाजार क्षेत्र में भले ही गंदगी निस्तारण को आज तक टचिंग ग्राउंड की व्यवस्था नहीं हो सकी है पर खैरना चौराहे के समीप बना आपुण बाजार टंचिग ग्राउंड में जरूर तब्दील होने लगा है। सेना व मंडी समिति में भूमि विवाद को लेकर मामला न्यायालय में विचाराधीन है ऐसे में अब करोड़ों की लागत से बना आपुण बाजार टचिंग ग्राउंड में बदलने जा रहा है।
दरअसल खैरना चौराहे के समीप गांवो के किसानों की उपज को बेहतर दाम दिलाने के मकसद से करोड़ों रुपए की लागत से मंडी समिति ने आपुण बाजार का निर्माण कराया। निर्माण पूरा होने के बाद एकाएक कुमाऊं रेजिमेंटल सेंटर ने भूमि पर अपना हक जता दिया। मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। कोई सुध लेवा ना होने से आपुण बाजार परिसर में गंदगी का ढेर लगने लगा है। गंदगी से उठ रही दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल होता जा रहा है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि खुले में गंदगी डाली जा रही है जिससे संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा भी बना हुआ है। लाखों करोड़ों रुपये की कीमत की लागत से बने आपुण बाजार के टचिंग ग्राउंड में बदलने से लोगों में नाराजगी है। स्थानीय पूरन लाल साह, विरेन्द्र बिष्ट, गजेंद्र नेगी, महेंद्र सिंह, भीम सिंह बिष्ट, मदन सिंह, पंकज भट्ट, हरीश चंद्र आदि ने उक्त भूमि में खुले में गंदगी डालने पर प्रतिबंध लगाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।