◼️18 करोड़ रुपये की लागत से शिप्रा व कोसी नदी में बनी है पंपिंग पेयजल योजनाएं
◼️ जल्द आपूर्ति सुचारू न होने पर आंदोलन का ऐलान
◼️ अधिशासी अभियंता बोले – किया जा रहा परीक्षण जल्द शुरू होगी आपूर्ति
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
18 करोड़ रुपये की भारीभरकम लागत से बहुप्रतीक्षित पंपिंग पेयजल योजनाओं से गांवों में पेयजल आपूर्ति शुरू नही हो पा रही है। ग्रामीण लंबे समय से जलापूर्ति की आस लगाए बैठे है। ग्रामीणों ने संबंधित विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। चेतावनी दी है कि यदि जल्द पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं हुई तो फिर संबंधित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा।
उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी में रामगाढ़ के समीप करीब सात करोड़ रुपये की लागत से तैयार बारगल कफूल्टा तथा कोसी नदी में भुजान के समीप मझेडा ब्यासी 4.99 करोड़ तथा थापली गांव के समीप कोसी नदी पर 6.81 करोड़ रुपये की लागत से बनी धारी खैरनी पंपिंग पेयजल योजनाओं को राज्य सरकार से स्वीकृति मिली। निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। तीनों योजना से बेतालघाट ब्लॉक की करीब 13 ग्राम पंचायतों के सैकड़ों परिवार लाभान्वित होने है। योजना से गांवों में आपूर्ति न शुरू होने से ग्रामीणों में नाराजगी है। आरोप है कि लंबे समय के बाद भी आज तक गांवों में पेयजल आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी है। गांवो के लोग पेयजल संकट का सामना करने को मजबूर है बावजूद करोड़ों रुपयो की लागत से बनी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव के लोगों ने तत्काल आपूर्ति सुचारू किए जाने की पुरजोर मांग की है दो टूक चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर संबंधित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा। नलकूप खंड रामनगर के अधिशासी अभियंता एनके गोयल के अनुसार योजनाओं में परीक्षण का कार्य गतिमान है दावा किया है कि एक दो माह के अंदर सभी गांवों में पेयजल आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।