◼️ जल जीवन मिशन योजना के तहत कराए जा रहे कार्यों में गांव के लोगों की नहीं ली जा रही सहमति
◼️ पंचायत प्रतिनिधि ने जताई आपत्ति मनमानी का आरोप
◼️ सुनवाई ना होने पर संबंधित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
जल जीवन मिशन के तहत गांवो में कराए जा रहे कार्यों पर क्षेत्रवासियों ने तमाम सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप लगाया है कि बिना पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों को विश्वास में ले कार्य किए जा रहे हैं जिससे भविष्य में योजना के विफल होने का अंदेशा है। योजना में किए जा रहे कार्यों पर पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों को साथ ले कार्य करवाए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत गांवों में किए जा रहे कार्यों पर सिरसा ग्राम पंचायत के प्रधान प्रतिनिधि ने सवाल उठा दिए हैं। प्रधान प्रतिनिधि कुबेर सिंह जीना ने आरोप लगाया है कि जल जीवन मिशन योजना के तहत डीपीआर, निर्माण, सर्वेक्षण तथा अन्य कार्य बगैर गांव के पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों की सहमति के किए जा रहे हैं। राय मशविरा तक नही किया जा रहा। मनमाने ढंग से कराए जा रहे कार्यों से सरकारी धन की बर्बादी होने के साथ ही योजना के विफल होने का अंदेशा भी बना हुआ है। हर घर नल से जल योजना का लाभ क्षेत्रवासियों को नहीं मिल पा रहा है। लाखों करोड़ों रुपये की लागत से पाइप बिछा दी गई हैं पर पानी नहीं मिल रहा ऐसे ही योजना के बर्बाद होने की आशंका है। प्रधान प्रतिनिधि ने विभागीय अधिकारियों से जल जीवन मिशन योजना के तहत कराए जा रहे कार्यो में पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीणों की सहमति के अनुसार ही कार्य कराए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। तो टूक चेताया है कि यदि मनमानी हुई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।