= बारिश के बाद उफान में आई उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी
= अक्टूबर में कई आवासीय भवनो को नदी कर चुकी नेस्तेनाबूत
= रिवर ड्रेनिंग कार्य में लगे कई वाहन नदी में फंसे

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

मूसलाधार बारिश के बाद उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी का वेग बढ़ने से अफरा-तफरी मच गई। खैरना क्षेत्र में रिवर ड्रेनिंग के कार्य में लगे कई वाहन नदी क्षेत्र में फंस गए। बामुश्किल वाहनो को बाहर निकाला जा सका। संयोगवश बड़ी घटना टल गई। नदी के एकाएक उफान में आने से क्षेत्रवासी एक बार फिर दहशत में आ गए।
रविवार मध्य रात्रि एकाएक मौसम का मिजाज बिगड़ने से हुई मूसलाधार बारिश के बाद उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी एक बार फिर उफान पर आ गई। नदी का वेग बढ़ने से गरमपानी खैरना क्षेत्र के वाशिंदे दहशत में आ गए। बाढ़ का पानी क्षेत्र में पहुंचने के साथ ही हड़कंप मच गया। खैरना क्षेत्र में रिवर ड्रेनिग के कार्य में लगे कई वाहन नदी क्षेत्र में फंस गए। हो हल्ला करने के बाद वाहन नदी क्षेत्र से बाहर निकाले जा सके। बीते वर्ष अक्टूबर में उफान में आई शिप्रा नदी के वेग में क्षेत्र में भारी तबाही मचाई थी। करीब दस से ज्यादा आवासीय भवन जमींदोज भी हुए। अब एक बार फिर नदी के उफान में आने से लोग दहशतजदा है। आठ माह बीतने के बावजूद अब तक बाढ़ सुरक्षा के कार्य की नींव तक ना रखे जाने से खतरा बढ़ गया है। लोगों ने आपदा से निपटने की तैयारियों पर ध्यान न दिए जाने पर गहरी नाराजगी जताई है।