= वाहन स्वामी की पत्नी व दो बच्चे हुए चोटिल
= हादसे में मारे गए बुजुर्ग की गमगीन माहौल में अंत्येष्टि
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
चापड़ हिडा़म बिल्लेख मोटर मार्ग पर हुए कार हादसे में वाहन में सवार चार मासूमो की जिंदगी बाल-बाल बच गई। हालांकि दोनों नौनिहाल व कार स्वामी की पत्नी चोटिल। कार हादसे में मारे गए बुजुर्ग का मंगलवार को गमगीन माहौल में अंत्येष्टि की गई।
तमाम गांवों को जोड़ने वाले चापड़ – हिडा़म – बिल्लेख मार्ग पर बीते सोमवार देर शाम बिल्लेख निवासी कैलाश उप्रेती अपने वाहन यूके 04 एजी 9983 से लोधियाखान की ओर रवाना हुए। वाहन में कैलाश की पत्नी आशा देवी उनका दस वर्षीय बेटा कान्हा, सात वर्षीय मयंक, तीन वर्षीय हर्षित तथा डेढ़ वर्षीय बेटी लक्ष्मी तथा बिल्लेख गांव निवासी मथुरा दत्त(55) पुत्र पुन देव सवार थे। वाहन लेकर कैलाश उप्रेती लोधियाखान के समीप पहुंचा ही था की एकाएक वाहन असंतुलित होकर खाई की ओर जा पलटा। वाहन के पलटते ही वाहन में सवार बच्चों व अन्य लोगों में चीख-पुकार मच गई। वाहन के पलटने की आवाज सुन आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने रेस्क्यू अभियान चला खाई में गिरे वाहन के अंदर फंसे सभी लोगों को एक-एक कर बाहर निकाला गया। मथुरा दत्त के गंभीर चोट होने पर उन्हें निजी वाहन से गोविंद सिंह माहरा नागरिक चिकित्सालय रानीखेत ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मथुरा दत्त को मृत घोषित कर दिया जबकि आशा देवी तथा उनके बच्चे कान्हा तथा हर्षित को अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कर लिया गया। मंगलवार को थाना पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम करवाया तथा शव स्वजनो को सौंप दिया। गमगीन माहौल में मथुरा दत्त की अंत्येष्टि कर दी गई।