= कोविडकाल से जनपद के विभिन्न अस्पतालों में इस्तेमाल हो रहे थे 28 से ज्यादा वाहन
= अब स्वास्थ्य कर्मियों को पैदल नापनी होगी दूरी
= सीएमओ बोली – विभागीय वाहनों से होगा कार्य
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
जनपद के विभिन्न अस्पतालों में कोरोना टीकाकरण तथा सैंपलिग के कार्यों में स्वास्थ्य कर्मियों को लाने व ले जाने में इस्तेमाल होने वाले वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। वाहनों के लिए तेल की आपूर्ति पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भागीरथ जोशी के अनुसार फिलहाल विभागीय वाहनों से कार्य किए जाएंगे। आवश्यकता पड़ने पर ही दोबारा वाहन संचालित होगें।
कोरोनाकाल में कोरोना संक्रमितो को गांवो से कोविड सेंटर तक लाने तथा गांवो में टीकाकरण तथा सैंपलिंग के लिए जनपद में करीब 28 निजी वाहनों से अनुबंध किया गया। इन्हीं वाहनों के जरिए तमाम कार्य होते रहे। पर अब एकाएक वाहनों के कार्यों पर रोक लगा दी गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार वाहनों को तेल की आपूर्ति रोक दी गई है। जिससे वाहन खड़े हो गए हैं। ऐसे में कोरोना से संबंधित कार्य कैसे होंगे यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। वही सुदूर गांवों में टीकाकरण व सैंपलिग के कार्य भी प्रभावित होने की आशंका है। कोविड डूयूटी निभा रहे स्वास्थ्य कर्मियों को अब वाहनों के बगैर ही पैदल सुदूर गांवों की दूरी नापने होंगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल डा. भागीरथ जोशी के अनुसार जनपद में टीकाकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।अन्य कार्यों के लिए अब विभागीय वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर ही पूर्व में लगे वाहन संचालित होंगे। फिलहाल वाहनों में तेल की आपूर्ति रोक दी गई है।