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टायर पंचर बदलने के लिए बस में नहीं थे उपकरण
ढाई घंटे बाद बमुश्किल बदला जा सका टायर
एआरएम ने हेल्पर व चालक की जिम्मेदारी बता पल्ला झाड़

गरमपानी डेस्क : उत्तराखंड परिवहन निगम के हाल भी अजब-गजब है। हल्द्वानी से करीब 29 यात्रियों को लेकर बागेश्वर को रवाना हुई बस का हाईवे पर टायर पंचर हो गया। बस में दूसरा टायर तो था पर पंचर टायर को बदलने के लिए उपकरण ही नहीं थे। ऐसे में करीब ढाई घंटे तक यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। हाईवे पर दौड़ रही दूसरी बस को रोककर बमुश्किल उपकरण लिया गया तब जाकर पंचर टायर बदला जा सका।

हल्द्वानी निवासी सुरेश कुमार व परिचालक पंकज टम्टा गुरुवार सुबह हल्द्वानी से काठगोदाम डिपो की बस यूके 07 पीए में करीब 2911 में यात्रिओं को ले बागेश्वर की ओर रवाना हुए। हाईवे पर छडा़ क्षेत्र के समीप पहुंचे ही थे कि बस का अगला पहिया पंचर हो गया। बस में पंचर टायर को बदलने के लिए उपकरण ही नहीं थे। बस चालक ने अल्मोड़ा डिपो में संपर्क साधा पर वहां से भी कोई ठीक जवाब नहीं मिल सका। ऐसे में हाईवे पर दौड़ रहे रोडवेज के कई वाहनों को रोका पर अलग-अलग तर्क दे आगे बढ़ गए। कई वाहनों में भी उपकरण नहीं थे। ऐसे में परेशान चालक व हेल्पर तथा यात्री हाईवे पर दौड़ रहे वाहनों को रोकते रहे। बमुश्किल रोडवेज की एक अन्य बस चालक ने उपकरण उपलब्ध कराए तब जाकर बमुश्किल टायर बदला जा सका। ढाई घंटे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पडा़। वाहन में सवार यात्री सुरेश जोशी ने रोडवेज पर की कार्यशैली पर रोष जताया। कहा कि लंबे सफर में व्यवस्था चाक-चौबंद रखनी चाहिए। इसे लापरवाही करार दिया। इधर काठगोदाम डिपो के एआरएम सुरेश चौहान ने भी पूरी जिम्मेदारी हेल्पर वह चालक के ऊपर डाल दी। डिपो की जिम्मेदारी के सवाल पर पल्ला झाड़ लिया।