= आपदा में ध्वस्त रास्ते की मरम्मत को स्वीकृत हुआ बजट
= रास्ता बदहाल होने से शिप्रा नदी पर जान जोखिम में डाल आवाजाही कर रहे ग्रामीण व नौनिहाल
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
खैरना क्षेत्र से सरस्वती शिशु मंदिर तथा समीपवर्ती गांवो को जाने वाले रास्ते की मरम्मत को 19 लाख रुपये की स्वीकृति मिली है। उप जिलाधिकारी कोश्या कुटोली ने बजट की स्वीकृति की पुष्टि कर जल्द गुणवत्ता युक्त कार्य कराने के निर्देश जारी किए हैं। रास्ता तैयार होने से अब तमाम गांवों के लोगों व विद्यालय के नौनिहालों को आवाजाही में परेशानी से निजात मिल सकेगी।
दरअसल बीते वर्ष अक्टूबर में हुई मूसलाधार बारिश के बाद उफान में आई शिप्रा नदी के रौद्र वेग ने खैरना शिवालय मंदिर क्षेत्र से सरस्वती शिशु मंदिर तथा चूवारी, मझेडा़, डोबा समेत आसपास के गांवों को जाने वाले रास्ते को भारी क्षति पहुंचाई। हालात ऐसे बिगड़े कि आपदा को सात माह बीतने के बावजूद रास्ता तैयार नहीं किया जा सका। मजबूरी में गांवों के लोग व नौनिहाल उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी पर बने अस्थाई पुल से आवाजाही करने को मजबूर हो गए। लगातार आवाज उठाए जाने के बाद अब रास्ते की मरम्मत को करीब 19 लाख रुपये के बजट को हरी झंडी मिली है। उप जिलाधिकारी राहुल शाह ने इसकी पुष्टि की है। एसडीएम के अनुसार मरम्मत को 19 लाख रूपये की बजट की स्वीकृति मिलने के बाद अब टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है। बताया कि टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही जल्द रास्ते की मरम्मत को कार्य शुरू कर दिया जाएगा। रास्ते का पुनर्निर्माण होने के बाद विद्यालय के नौनिहालों व गांवों के लोगों को निश्चित रूप से राहत मिल सकेगी।