= संरक्षित प्रजाति के बांज के पेड़ चढ़े आग की भेंट
= वन विभाग के कर्मचारी सोए रहे ग्रामीण आग बुझाने में जुटे
= विभागीय उपेक्षा से ग्रामीणों में नाराजगी
((((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
वन विभाग जंगलों में आग पर काबू पाने के लाख दावे करे पर धरातल में दावे खोखले साबित हो रहे हैं। बेतालघाट ब्लॉक के बजेडी़ क्षेत्र में जंगल से उठी आग आबादी तक पहुंच गई। आबादी तक पहुंची लपटो से हड़कंप मच गया। घास के लुट्टे जलकर खाक हो गए। ग्रामीण आग बुझाने में जुटे रहे। वन विभाग का कोई भी कर्मचारी के मौके पर ना पहुंचने पर ग्रामीणों ने रोष जताया। संरक्षित प्रजाति के कई बांज के पेड़ आग की भेंट चढ़ गए।
जंगलों में आग की घटनाएं तेज होने के बावजूद वनविभाग सुध नहीं ले रहा। अब जंगल से उठी आग की लपटें आबादी तक पहुंचने लगी है। पूर्व में बेतालघाट ब्लॉक के मल्लाकोट क्षेत्र में स्थानीय दीवान सिंह का मकान आग की भेंट चढ़ने तथा खैरनी गांव में भी कास्तकार जीवन सिंह के घर तक आग पहुंचने के बाद सोमवार को ब्लॉक के बजेडी़ क्षेत्र में जंगल से उठी आग की लपटें आबादी तक पहुंच गई। गांव के समीप रहने वाले ग्रामीणों के घास के लुट्टे जलकर खाक हो गए। आबादी तक पहुंची आग की लपटों से हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू किए बमुश्किल आग बुझाई जा सकी पर जंगल में भीषण आग लगती रही। आग की लपटें विकराल होती चली गई। स्थानीय पवन बधानी ने आरोप लगाया कि वन विभाग के कर्मचारियों को दूरभाष पर सूचना देने का प्रयास किया गया पर कर्मचारियों ने फोन तक नहीं उठाया। संरक्षित प्रजाति के कई बांज के पेड़ आग की भेंट चढ़ गए। कई हेक्टर वन संपदा होने का अनुमान है। घंटों जंगल में आग धधकती रही बावजूद वन विभाग कर्मचारियों ने आग पर काबू पाने के प्रयास तक नहीं किए।