= समय पर कार्य पूरा करने के दिए दिशानिर्देश
= अब तक किए गए कार्यों की ली विस्तार से जानकारी
= गुणवत्ता व पारदर्शिता के साथ कार्य करने के दिए निर्देश
((( हल्द्वानी से संजय चौधरी/उदित चौधरी की रिपोर्ट)))
आयुक्त कुमांऊ मण्डल दीपक रावत ने सोमवार को हल्द्वानी-नैनीताल लाइफ लाइन पर निर्माणाधीन कलसिया पुल में कार्यदायी संस्था एनएच द्वारा अभी तक चलाई गई गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने एचएच के अधिशासी अभियंता एचसी पाण्डे से यातायात सुगम रूप से सुचारू करने हेतु आगामी 12 अप्रैल तक हरहाल मे नवनिर्मित पुल का निर्माण पूर्ण कर लिये जाने के निर्देश दिये। उन्होने जनसामान्य की सुविधा को मद्देनजर रख दोनों ओर से निर्माण कार्यो को पूर्ण गुणवत्ता एवं पारदर्शिता के साथ चलाये जाने के निर्देश दिये। उन्होने पेयजल विभाग के अधिकारियों को 30 मार्च तक पेयजल लाइन शिफ्ट करने के निर्देश दिए। बताया गया कि पुल निर्माण मे बीएसएनएल एवं आइडिया की संचार लाइनों को हरहाल मे 31 मार्च से पूर्व शिफ्ट कर दी जाए तथा 31 मार्च को पुराने पुल को गिराया जायेगा तथा 31 मार्च से दिन-रात पुल निर्माण का कार्य तेजी से कराया जाए। उन्होंने यात्रा सीजन को देखते हुए लोक निर्माण विभाग को आवश्यक रूप से सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। आयुक्त दीपक रावत ने भीमताल – हल्द्वानी मार्ग पर रानीबाग के पास निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण किया। उन्होने लोनिवि केे अभियंताओ से पुल निर्माण के सम्बन्ध मे आवश्यक जरूरी जानकारी प्राप्त की। अधिशासी अभियंता लोनिवि एमएमएस पुण्डीर ने जानकारी देते हुए बताया कि पूर्व से संचालित पुल की चौडाई 4.5 मीटर थी, जबकि नये पुल की चैड़ाई 7.5 मीटर निर्धारित की गई है। उन्होने आयुक्त को जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान मे निर्माणाधीन पुल में सर्पोंटिंग कार्य, वाॅटम एवं लांचिंग का कार्य 5 अप्रैल तक पूर्ण कर लिया जायेगा तथा लांचिंग का कार्य पूर्ण होने पर डेस्क स्टेप तथा सटरिंग कार्य 7 मई से 30 मई तक लगातार चलाया जायेगा, तदुपरान्त ब्रिज कंकरीट 30 जून तक पूर्ण कराने के उपरान्त माह जुलाई से पूर्ण रूप से यातायात हेतु पुल का निर्माण हो जायेगा। इसके अलावा पुल के समानान्तर पुराने पुल से लगातार यातायात संचालित होता रहेगा। इस दौरान आयुक्त ने लोनिवि के अभियंताओं को रानीबाग स्थित पुल के निर्माण कार्यों को पूर्ण पारदर्शिता के साथ ही समयबद्व रूप से पूर्ण कराये जाने जाने के निर्देश दिए। उन्होंने वर्ष 1887 में निर्मित झूलापुल, जो पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका है, उसका भी निरीक्षण किया। इसके अलावा पुराने रानीबाग ब्रिज के पास निवासरत राजाराम स्वामी की कुटिया को भी देखा। निरीक्षण दौरान अधीक्षण अभियंता लोनिवि राजेन्द्र सायाना,अधिशासी अभियंता एमएमएस पुण्डीर, अवर अभियंता कमल किशोर पाठक सहित उपजिलाधिकारी हल्द्वानी मनीष कुमार सिह भी उपस्थित थे।