= स्वच्छ जल का महत्व व मापन के तरिके समझाए
= रामगढ़ ब्लाक के मोना गांव में कार्यक्रम
(((भीम बिष्ट/हरीश कुमार/पंकज भट्ट की रिपोर्ट)))
विश्व जल दिवस पर रामगढ़ ब्लाक के मोना गांव में दो दिवसीय संचालन एंव रखरखाव, जल गुणवत्ता जांच प्रशिक्षण में गांवो की जल उपभोक्ता समिति सदस्यो को तमाम बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी गई। जल गुणवत्ता के मापन के तौर तरिके भी बताए गए।
बुधवार को मोना क्षेत्र में स्थित सभागार में चिराग संस्था तथा अजीज प्रेमजी फांउडेशन के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय संचालन तथा रखरखाव व जल गुणवत्ता जांच प्रशिक्षण शुरु हुआ। जल स्रोत सवर्दन कार्यक्रम के तहत गठित जल उपभोक्ता समिति के सदस्यों को स्वच्छ जल के महत्व, जल गुणवत्ता को प्रभावित करने वाले मानवीय व प्राकृतिक कारण, जल गुणवत्ता जांच के मानक व मापन के तरिके तथा जल गुणवत्ता सुधार के विषय पर विस्तार से जानकारी दी गई। मुख्य प्रशिक्षक अंकित सक्सेना ने समिति सदस्यो को प्रशिक्षण दिया। कहा की स्वच्छ जल के उपयोग से तमाम बिमारियों का खात्मा हो जाता है। समिति सदस्यो को उनके अधिकार भी बताए गए। इस दौरान भीम सिंह नेगी, कृष्ण चंद्र भंडारी, भाष्कर जोशी, विक्रम सिंह रैक्वाल समेत विभिन्न गांवो की 25 जल समितियों के सदस्य मौजूद रहे।