= खैरना के समीप नदी में नहाते वक्त डूबा नेपाली श्रमिक
= साथियो के साथ नहाने उतरा फिर लाश आई बाहर
= गहराई का सही अंदाजा न होने से सामने आई घटना

(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा/भीम बिष्ट की रिपोर्ट)))

कोसी नदी की गहराई का सही अंदाजा न होना नेपाली मूल के श्रमिक को भारी पड़ गया। साथियो के साथ नदी में नहाने उतरे श्रमिक की नदी में डूबकर मौत हो गई। हादसे से हड़कंप मच गया। साथियों ने उसे बचाने का प्रयास किया। बामुश्किल गहराई से निकाल बाहर लाया गया पर तब तक श्रमिक ने दम तोड़ दिया। मृतक कुछ माह पहले ही निर्माणाधीन रानीखेत पुल पर कार्य करने को क्षेत्र में पहुंचा था।
अल्मोडा़ व नैनीताल जनपद की सीमा पर कोसी नदी पर निर्माणाधीन सेतू पर बतौर श्रमिक कार्यरत पालडी गांव, जिला बेहतडी़(नेपाल) निवासी गणेश राम(50) पुत्र नेफर राम शनिवार को अपने साथी जोगा राम तथा जीवन सिंह के साथ निर्माणाधीन पुल के समीप ही नदी में नहाने पहुंचा। साथियो के अनुसार गणेश राम नदी के बीचोबींच नहाने उतर गया। इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता गणेश नदी की गहराई में डूबता चला गया तथा नदी की गहराई में समा गया। साथियो की चीखने चिल्लाने की आवाज सुन आसपास के लोग भी घटना स्थल की ओर दौड़ पडे़। गहराई से गणेश को बाहर निकाल नदी किनारे लाया गया पर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना से हड़कंप मच गया। सूचना राजस्व पुलिस भुजान तथा खैरना चौकी भी भेजी गई। मृतक तीन माह पहले ही निर्माणाधीन पुल पर कार्य करने यहां पहुंचा था। घटना की सूचना मृतक के स्वजनो को भी भेज दी गई है। सूचना पर नायब तहसीलदार दिलीप सिंह मौके पर पहुंचे। राजस्व पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। कोसी नदी में पहले भी कई मौते हो चुकी है। गहराई व भंवर का सही अंदाजा न होने से लोग नदी में उतर जाते है और बडी़ घटना सामने आ जाती है। क्षेत्रवासियों ने नदी क्षेत्र में खतरनाक स्थानो पर आवाजाही प्रतिबंधित करने की मांग उठाई है।