= कुमाऊं आयुक्त को पत्र भेज लगाई न्याय की गुहार
= मिलीभगत से न्याय न मिल पाने का लगाया आरोप
= तहसील कोश्या कुटोली के पंगुट गांव का मामला
(((हरीश चंद्र/पंकज भट्ट/हरीश कुमार/पंकज नेगी की रिपोर्ट)))
तहसील कोश्या कुटोली के सूदूर पंगूट गांव निवासी ग्रामीण को मृत दिखाकर अभिलेखो में छेड़छाड़ कर जमीन बेचने का जिन्न फिर बाहर आ गया है। ग्रामीण ने 18 महीने बितने के बावजूद न्याय न मिलने पर अब कुमाऊं आयुक्त को पत्र भेज न्याय की गुहार लगाई है। कहा है की यदि न्यायोचित कार्रवाई न हुई तो मजबूरन तहसील परिसर में धरने पर बैठने को विवश होना पडे़गा।
दरअसर डेढ़ वर्ष पहले तहसील कोश्या कुटोली के पंगूट गांव में अभिलेखो में छेड़छाड़ कर गांव के हरीकृष्ण बुधलाकोटी की जमीन बेच डालने का मामला सामना आया। हड़कंप तब मच गया जब जीवित हरीकृष्ण को अभिलेखो में मृत दर्शाया गया। हरीकृष्ण ने अभिलेख देखे तो पैरो तले जमीन खिसक गई। हरीकृष्ण ने मामले की जांच की मांग उठाई। पुलिस प्रशासन तक के उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई। हरीकृष्ण ने मंगलवार को कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत को पत्र भेज न्याय की गुहार लगाई है। पत्र के माध्यम से बताया है की डेढ़ वर्ष बीत जाने के बावजूद आज तक मामले में ठोस कार्रवाई नही हो सकी है। मिलीभगत के कारण आज तक बयान तक दर्ज नही हो सके है। हमेशा आज कल कहकर मामले को दबाया जा रहा है। हरीकृष्ण ने कुमाऊं आयुक्त से मामले में न्यायोचित कार्रवाई की गुहार लगाई है। कहा है की यदि मामले में लिप्त दोषियों पर कडी़ कार्रवाई नही की गई तो मजबूरन परिवार सहित तहसील कोश्या कुटोली में ही धरने पर बैठना पड़ेगा।