= रसोई गैस न मिलने से आक्रोशित हुए ग्रामीण
= संबंधित विभाग पर लगाया उपेक्षा का आरोप, आंदोलन की चेतावनी
= पुलिस ने बमुश्किल कराया ग्रामीणों को शांत

(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/भीम बिष्ट की रिपोर्ट)))

रसोई गैस न मिलने से हंगामा खड़ा हो गया। उपभोक्ताओं का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। गैस के वाहन के आगे खड़े हो नारेबाजी कर रोष जताया। संबंधित विभाग पर उपेक्षा का आरोप जड़ा। चौकी पुलिस खैरना के जवानों ने बमुश्किल समझा बुझा ग्रामीणों को शांत कराया। ग्रामीणो ने दो टूक चेतावनी दी कि यदि गांव के लोगों की उपेक्षा की गई तो फिर संबंधित विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।
शनिवार को बेतालघाट गैस गोदाम से 161 सिलेंडर लेकर गैस वाहन अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर लोहाली, जोरासी, चमडिया क्षेत्र में पहुंचा। धारी, उल्गौर, लोहाली आदि गांवों के उपभोक्ताओं को गैस वितरित की गई। वापसी में चमडिया क्षेत्र के उपभोक्ताओं को रसोई गैस उपलब्ध नहीं हो सकी। जिसको लेकर ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया। आरोप लगाया कि गांव से सिर पर सिलेंडर लेकर ग्रामीण हाईवे पर पहुंचे पर रसोई गैस उपलब्ध ना हो सकी। आक्रोशित ग्रामीणों ने रसोई गैस लेकर पहुंचे कर्मचारियों को भी खूब खरी-खोटी सुनाई। गैस वाहन के आगे खड़े हो नारेबाजी कर रोष जताया। आरोप लगाया कि संबंधित विभाग उपेक्षा पर आमादा है। मनमाने ढंग से वितरण का कार्य किया जा रहा है जिससे कई गांव के लोगों को रसोई गैस उपलब्ध नहीं हो पा रही है। चौकी पुलिस खैरना को भी सूचना दी गई। चौकी पुलिस के राजेंद्र गोस्वामी व हर्षवर्धन मौके पर पहुंचे। बमुश्किल ग्रामीणों को समझा बुझा शांत कराया। गैस प्रबंधक से दूरभाष में हुई वार्ता में गैस प्रबंधक पंकज ज्याला ने सोमवार को एक बार फिर वाहन भेजने का आश्वासन दिया तब जाकर ग्रामीण शांत हुए। इस दौरान हरीश बिष्ट, हर्ष जलाल, देवेंद्र बिष्ट, कुंवर राम, राजेंद्र जलाल, दीवान राम, तेज सिंह, राजेंद्र जलाल, रमेश लाल, लक्ष्मण आर्या आदि मौजूद रहे।